बिहार में रिश्वत लेते राजस्व कर्मचारी गिरफ्तार, जमीन मोटेशन के बदले मांगे थे 1.70 लाख
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
जब से बिहार में जमीन सर्वे का काम शुरू हुआ है, आरोप है कि अंचल कार्यालय में रिश्वतखोरी बढ़ गई है.भ्रष्टाचार का आलम यह है कि जमीन के मोटेशन करने के लिए हजारों-लाखों रुपए रिश्वत के रूप में मांग की जा रही है. बगैर रिश्वत काम नहीं हो रही है.
राजस्व कर्मचारी गिरफ्तार :
ताजा मामला औरंगाबाद के ओबरा प्रखंड का है. जहां एक जमीन के मोटेशन के बदले राजस्व कर्मचारी ने किसान से 1 लाख 70 हजार रुपए की मांग की थी. मामले में पहली किस्त के रूप में 20 हजार रुपये देने किसान गया था. इसी बीच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने कर्मचारी को रंगे हाथों दबोच लिया. गिरफ्तार राजस्व कर्मचारी की पहचान प्रमोद कुमार के रूप में हुई है. जो जिले के ओबरा अंचल कार्यालय में पदस्थापित है. मामले में निगरानी की टीम आगे की कार्रवाई में जुटी है.
दाखिल खारिज करने के नाम पर रिश्वत की मांग :
पटना से निगरानी की टीम लेकर आए पुलिस उपाधीक्षक विकास श्रीवास्तव ने बताया कि ओबरा थाना के मानिकपुर गांव निवासी उदय कुमार ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पटना स्थित कार्यालय आकर शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि ओबरा अंचल के राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार द्वारा दाखिल खारिज करने के नाम पर रिश्वत की मांग की जा रही है.इस मामले में निगरानी थाना में प्राथमिकी संख्या-60/2025 दर्ज की गई. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद शिकायत के सत्यापन की जिम्मेवारी निगरानी के पुलिस अवर निरीक्षक राहुल कुमार को सौंपी गई. उन्होंने ओबरा पहुंचकर शिकायत का सत्यापन किया. सत्यापन में राजस्व कर्मचारी के खिलाफ शिकायत सत्य पाया गया. इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए निगरानी की 6 सदस्यीय टीम गठित की गई.
टीम मंगलवार की सुबह कार्रवाई के लिए पटना से चली.लंच बॉक्स में पैसे रखकर जाओ..’ निगरानी टीम द्वारा तय रणनीति के अनुसार शिकायतकर्ता उदय कुमार 20 हजार की रिश्वत देने ओबरा अंचल कार्यालय स्थित राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार के कक्ष में गए, जहां उनके द्वारा रिश्वत की रकम लेकर आने की बात कही गई. इसके बाद राजस्व कर्मचारी ने अपना जूट का लंच बैग आगे करते हुए कहा कि रकम बैग के खाली लंच बॉक्स में रख दीजिये आपका काम हो जाएगा.”शिकायतकर्ता लंच बॉक्स में 20 हजार की रिश्वत की रकम रखने के बाद राजस्व कर्मचारी के कक्ष से बाहर निकला और पहले से सादे वेष में घात लगाए निगरानी की टीम को इशारा किया.
इशारा मिलते ही निगरानी की टीम कक्ष में घुसी और राजस्व कर्मचारी को धर दबोचा.”- विकास श्रीवास्तव, पुलिस उपाधीक्षक, निगरानी विभाग औरंगाबाद सर्किट हाउस पहुंची टीम :राजस्व कर्मचारी को दबोचने के बाद निगरानी की टीम आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी करने के लिए उसे लेकर औरंगाबाद सर्किट हाउस आई. जहां टीम द्वारा राजस्व कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करने की विस्तृत जानकारी दी गई.1.70 लाख की हुई डिमांड : निगरानी की टीम के साथ मौजूद शिकायतकर्ता उदय कुमार ने बताया कि अपनी जमीन का दाखिल खारिज कराने के लिए उन्होंने परिमार्जन प्लस पोर्टल पर आवेदन किया था.
आवेदन करने के बाद पिछले 6 माह से उसका काम लंबित रहा. इसे लेकर उन्होंने जब राजस्व कर्मचारी से संपर्क किया तो, उनके द्वारा 1 लाख 70 हजार रुपये की रकम रिश्वत के रूप में मांगी गई. कहा गया कि यदि एक बार में पूरी रकम दे दोगे तो दो दिन में काम हो जाएगा और किश्तों में रकम दोगे तो किश्तवार काम आगे बढ़ेगा,अंचल अधिकारी को जाएंगे 1.5 लाख रुपए’ : शिकायतकर्ता उदय कुमार ने बताया कि अंचल कार्यालय के कर्मचारी प्रमोद कुमार ने उनसे कहा था कि 1 लाख 70 हजार रुपए आपको देने होंगे.
जिसमें से 20 हजार रुपए वह स्वयं रखेगा और डेढ़ लाख रुपए ओबरा अंचल अधिकारी को जाएंगे. इस पर उन्होंने किश्त में रिश्वत की रकम देने की बात स्वीकार की और पटना जाकर निगरानी से संपर्क किया. जिसके बाद निगरानी की टीम ने यह कार्रवाई की. मामले में अंचल अधिकारी की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए.कल अदालत में होगी पेशी : मामले में आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद निगरानी की टीम रिश्वतखोर राजस्व कर्मचारी को अपने साथ पटना लेकर चली गई. जहां बुधवार को निगरानी की विशेष अदालत में पेशी के बाद राजस्व कर्मचारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा.
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