सदानंदन मास्टर जी को मंत्री बनाया जाना चाहिए-सुरेश गोपी

सदानंदन मास्टर जी को मंत्री बनाया जाना चाहिए-सुरेश गोपी

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
previous arrow
next arrow
WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
00
previous arrow
next arrow

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री और पर्यटन मंत्री सुरेश गोपी ने मंत्री पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई है और भाजपा के नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य सी. सदानंदन मास्टर को मंत्रिमंडल में अपनी जगह शामिल करने का सुझाव दिया है। उन्होंने अभिनय के क्षेत्र में वापसी करने की इच्छा जताते हुए कहा कि उनकी आमदनी बंद हो गई है और वह अब अपना फिल्मी करियर जारी रखना चाहते हैं।

कन्नूर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए त्रिशूर के सांसद और अभिनेता से राजनेता बने गोपी ने कहा, “मैं अभिनय जारी रखना चाहता हूं। मुझे और कमाई करने की जरूरत है; मेरी आय अब पूरी तरह से बंद हो गई है।”

मैंने कभी मंत्री बनने के लिए प्रार्थना नहीं की- सुरेश गोपी

उन्होंने कहा, “मैं पार्टी का सबसे युवा सदस्य हूं। मैंने कभी मंत्री बनने के लिए प्रार्थना नहीं की। चुनाव से एक दिन पहले मैंने पत्रकारों से कहा था कि मैं मंत्री नहीं बनना चाहता, मैं अपना सिनेमा जारी रखना चाहता हूं। मैंने अक्टूबर, 2016 में पार्टी की सदस्यता ली थी.. मैं जनता द्वारा चुना गया पार्टी का पहला सांसद था और पार्टी को लगा कि मुझे मंत्री बनाना जरूरी है।”

मुझे हटाकर सदानंदन मास्ट को मंत्री बनाया जाना चाहिए- सुरेश गोपी

सदानंदन की उपस्थिति में गोपी ने कहा कि उनका राज्यसभा में मनोनयन उत्तरी कन्नूर जिले की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव है। उन्होंने कहा, “मैं यहां पूरी ईमानदारी से कह रहा हूं कि मुझे हटाकर सदानंदन मास्टर को (केंद्रीय) मंत्री बनाया जाना चाहिए। मेरा मानना है कि यह केरल के राजनीतिक इतिहास में एक नया अध्याय बनेगा। मैं प्रार्थना करता हूं कि सदानंदन का सांसद कार्यालय जल्द ही मंत्री कार्यालय में अपग्रेड हो जाए।”

राजनीतिक हिंसा के शिकार रहे हैं सदानंदन मास्टर

कन्नूर से भाजपा के वरिष्ठ नेता सदानंदन मास्टर राजनीतिक हिंसा के शिकार रहे हैं। 1994 में माकपा कार्यकर्ताओं के एक कथित हमले में उन्होंने अपने दोनों पैर खो दिए थे। गोपी ने यह भी कहा कि कई लोगों को उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करने और गलत व्याख्या करने की आदत है। उन्होंने कहा कि अपने निर्वाचन क्षेत्र त्रिशूर के लोगों के लिए प्रजा शब्द का प्रयोग करने के लिए उनकी आलोचना हुई। उन्होंने सवाल किया, प्रजा शब्द के प्रयोग में क्या गलत है?

कौन हैं सी सदानंदन मास्टर?

सदानंद मास्टर केरल के त्रिशूर जिले से आते हैं और वह करीब 25 सालों से पेरमंगलम के श्री दुर्गा विलासम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सामाजिक विज्ञान पढ़ा रहे हैं. 1999 से उन्होंने गुवाहाटी विश्वविद्यालय से बी.कॉम और कालीकट विश्वविद्यालय से बी.एड. की डिग्री प्राप्त की है. इसके अलावा, वह केरल में राष्ट्रीय शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष और उसके प्रकाशन, देशीय अध्यापक वार्ता के संपादक भी हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता सदानंदन मास्टर राजनीतिक हिंसा के शिकार रहे हैं. 1994 में माकपा कार्यकर्ताओं के एक कथित हमले में उन्होंने अपने दोनों पैर गंवा दिए थे.

सुरेश गोपी केरल के चुने भाजपा के इकलौते सांसद हैं। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में CPI के वीएस सुनीलकुमार को 74 हजार वोटों से हराया था। उन्होंने पहली बार ही चुनाव लड़ा था। गोपी मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के फेमस एक्टर हैं।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!