संकट में सरयू,लगातार घट रहा जलस्तर,घुटने भर पानी में स्नान करने को मजबूर श्रद्धालु

संकट में सरयू,लगातार घट रहा जलस्तर, घुटने भर पानी में स्नान करने को मजबूर श्रद्धालु

श्रीनारद मीडिया, यूपी डेस्‍क:

WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
00
previous arrow
next arrow
WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
00
previous arrow
next arrow

रामनगरी अयोध्या की जीवनदायिनी और मोक्षदायिनी सरयू नदी इस समय संकट में है।गर्मी की शुरुआत होते ही सरयू का जलस्तर लगातार घट रहा है।श्रद्धालुओं को आचमन और स्नान करने के लिए तपती धूप में रेत के टापू पार करने पड़ रहे हैं।अब घाटों से सरयू की जलधारा दूर होती जा रही है।

राम की पैड़ी,बाबूगढ़ी,जानकी घाट और गुप्तार घाट जैसे मुख्य घाटों पर श्रद्धालु घुटने भर पानी में स्नान करने के लिए मजबूर हैं।बीते दिनों में सरयू का जलस्तर लगातार घटा है। 28 अप्रैल को सरयू का जलस्तर 88.14 मीटर था, लेकिन 1 मई को घटकर 88.06 मीटर पहुंच गया।प्रतिदिन लगभग चार सेंटीमीटर सरयू का जलस्तर घटा रहा है,जो चिंताजनक है।इससे ना केवल आम श्रद्धालुओं को प्रभावित किया है,बल्कि संत समाज भी गहरी चिंता में है।

बता दें कि सरयू की धारा बहुत पीछे चली गई है।यह भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है।समय रहते इसका समाधान जरूरी है।सरयू की जलधारा को पोषण देने वाली सहायक नदी सियागुंठी पूरी तरह सूख चुकी है।हर साल गर्मियों में यही हालात बनते है,लेकिन इस बार यह कुछ ज्यादा ही गंभीर नजर आ रही है।घाटों पर बढ़ती रेत और घटता जलस्तर न केवल आध्यात्मिक आस्था को चोट पहुंचा रहा है, बल्कि पर्यावरणीय असंतुलन की भी चेतावनी दे रहा है। सरयू अयोध्या की पहचान है, सरयू की स्थिति पर आज हर वह व्यक्ति चिंतित है जो इस पवित्र धरती से प्रेम करता है।अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन और पर्यावरण से जुड़े विभाग समय रहते इस संकट पर कोई ठोस कदम उठाएंगे या फिर श्रद्धालुओं को यूं ही रेत में धूप झेलते हुए स्नान करना पड़ेगा।

यह भी पढ़े

गंगा में कूदीं दो बहनें,एक की मौत,दूसरी को गोद में उठाकर अस्पताल दौड़े दरोगा,पेश की मानवता की मिसाल

इस बार होगा अंतिम निर्णय-पीएम मोदी

क्यों नहीं थम रही मणिपुर हिंसा?

पुस्तकें पाकर बच्चों के चेहरे पर खुशी झलक उठी।

एक रहेंगे सेफ रहेंगे से आगे बढ़कर कौन जात हो?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीस वर्ष की उपलब्धियों का प्रतिवेदन जारी किया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!