सावित्री बाई फुले भारतीय समाज सुधारक, शिक्षाविद्, कवयित्री और महिला अधिकारों की प्रणेता थीं
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):
सारण जिला के अमनौर प्रखंड के विभिन्न गांव संस्थानों में देश की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फुले की 194 वी जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।स्थानीय खोरी पाकर खर्ग गांव में शुक्रवार को पूर्व जिला पार्षद अमरेंद्र बैठा मुन्ना की अध्यक्षता में माता सावित्री बाई फुले के तैल चित्रो पर श्रधांजलि अर्पित किया गया।
आये अतिथियों ने बारी बारी से उनके चरणों मे श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रधांजलि दि गई।वक्ताओं ने उनके योगदान ब्यक्तित्व पर बिचार प्रकट किया।पूर्व प्राचार्य अम्बिका राय ने कहा कि साबित्री बाई फुले भारतीय समाज सुधारक, शिक्षाविद्, कवयित्री और महिला अधिकारों की प्रणेता थीं।
वह महात्मा फुले की पत्नी थीं। उन्होंने महिलाओं और दलितों के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया।बसपा नेता मनोज राम ने कहा फुले ने महिलाओं के अधिकारों के लिए भी संघर्ष किया। उन्होंने विधवा पुनर्विवाह का समर्थन किया और महिलाओं के लिए सामाजिक न्याय की मांग की पूर्व जिला पार्षद अमरेंद्र बैठा ने कहा कि आज, सावित्री बाई फुले को भारतीय समाज सुधारकों में से एक माना जाता है।
उनके कार्यों ने महिलाओं और दलितों के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाया है।इधर खोरी पाकर गोबिंद बिद्यालय में छात्र छात्राओं ने सावित्री बाई फुले की जयंती पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया।वही अमनौर डीह बिद्यालय में बीडीसी बिकास कुमार महतो ने सैकड़ो बच्चो के बीच इनके जयंती पर किताब बैंग का वितरण किया।
इस मौके पर मुख्य रूप से पूर्व मुखिया योगीन्द्र बैठा बीडीसी बिकाश महतो,तेरस महतो मनोज राम बीएसपी नेता अरुण कुमार गोधन बैठा दसई सिंह पंकज कुमार राजू कुमार सूरज कुमार पिंटू कुमार,आदि मौजूद थे।
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