शिक्षा के माध्यम से समाजिक असमानता की चुनौती विषय पर सेमीनार आयोजित
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिला परिषद् सभागार में शिक्षा के माध्यम से समाजिक असमानता की चुनौती, नामक विषय पर सेमिनार का आयोजन मसावात इंडिया फाउंडेशन के तत्वावधान में किया गया । जिसकी अध्यक्षता मशहूर समाजसेवी प्रोफेसर डॉ महमूद हसन अंसारी सीनेट सदस्य जे पी विश्व विद्यालय छपरा ने किया तथा संचालन बखूबी हिन्दी साहित्य के विद्वान प्रोफेसर डॉ हारून शैलेन्द्र ने किया।
बिहार विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष विधायक अवध बिहारी चौधरी, प्रो डॉ वीरेंद्र नारायण यादव विधान पार्षद, रमेश सिंह कुशवाहा पूर्व विधायक, प्रो अनीस अंसारी पूर्व कुलपति के एम सी एल विश्वविद्यालय लखनऊ, डॉ मसूद फ़लहाई, प्रो कयूम अंसारी आयरलैंड, प्रो फिरोज सऊदी अरबिया जद्दा विश्वविद्यालय , प्रो महमूद हसन अंसारी, प्रो हारून शैलेन्द्र, सामाजिक संगठन के मशहूर व्यक्तित्व के मालिक अब्दुल रऊफ अंसारी पूर्व चेयर मैन हैंडलूम सिवान, आदि के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर सभा को प्रारंभ किया गया।
उद्घाटन के उपरांत अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि शिक्षा सभी समुदाय के लिए अति आवश्यक है इसका सामान्य लाभ सभी को प्राप्त होना चाहिए, इसी में राष्ट्र का विकास तथा सामाजिक सद्भावना निहित है। समाज में सामाजिक असमानता को स्वीकार करते हुए रमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि इस दिशा में वर्तमान सरकार के मुखिया नीतीश कुमार का प्रयास श्रहनीय है विषमता पाटने का काम लगातार जारी है।
प्रो वीरेंद्र नारायण यादव ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि वर्तमान राजनीतिक दृष्टि से नीतीश कुमार का असमानता दूर करने का सतत् पहल जारी है। सरकारी योजनाओं के कर्मी चयन में समान हिस्सेदारी विशेष कर हाशिए के लोगों को मिलना प्रासंगिक होगा।
पूर्व कुलपति डॉ अनीस अंसारी ने सामाजिक असमानता का कई उदाहरण और प्रसंगों का उल्लेख करते हुए विस्तार से चर्चा कर कहा शिक्षा मात्र हासिल कर लेना नाकाफी है, अमली तौर पर सरकारी योजनाओं के अवसरों और सत्ता में और सत्ता से बाहर भी हाशिए पर जीवन जीने को मजबूर लोगों को सामाजिक समानता के लिए आनुपातिक समान हिस्सेदारी देना जरूरी है, शिक्षा के साथ, पैसा समुचित राजनैतिक भागीदारी समानता लाने के लिए
आवश्यक होगा, दूसरे पूर्व कुलपति डॉ फलाही ने भी उक्त बात पर जोर देते हुए कहा कि असमानता को पाटने के लिए शासन सत्ता का प्रोत्साहन जरूरी है प्रो कयूम अंसारी ने इशारा किया बाबाए कोम अब्दुल कय्यूम अंसारी के विचारों को आगे बढ़ा कर असमानता को चुनौती दी जा सकती है, प्रो फिरोज अहमद ने कहा कि सामाजिक उत्थान और समानता के लिए शिक्षा होना चाहिए, डॉ शाहनवाज हुसैन ने जोर देकर कहा कि अपनी हालत सुधारने के लिए बुद्धिजीवियों को आगे आना होगा, अध्यक्षीय भाषण में प्रो महमूद हसन अंसारी ने सेमिनार में उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त करते हुए
कहा कि शिक्षा बेदारी विशेष कर कमजोर तबके में करना आज बहुत जरूरी है, डॉ अली असगर सिवानी ने आए हुए अतिथि मण्डली का स्वागत गान कर हृदय से स्वागत किया उक्त अवसर पर अनेकों समाज में कार्यरत बुद्धिजीवियों को अंगवस्त्र एवं पुष्प गुच्छ दे कर सम्मानित किया गया, डॉ नौशाद अहमद, डॉ विजय कुमार, डॉ एस हुसैन, प्रो उपेन्द्र नाथ यादव, जावेद अहमद जय प्रकाश यादव, मार्कण्डेय दीक्षित,
महताब आलम, इसहाक अंसारी,आचार्य अब्दुल हमीद, गुड्डू सलीम जबीउल्लाह अंसारी, डॉ अली असगर सिवानी, कर्म योद्धा डॉ फैसल महमूद आदि सम्मान के पात्र रहें उक्त कार्यक्रम में शामिल युवा युति को साझा सम्मान प्रमाण पत्र दे कर प्रोत्साहन दिए गए आखिर में अब्दुर रऊफ अंसारी ने आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
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