स्टार्टअप एवं उद्यमिता विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत का मजबूत आधारः प्रो. सोमनाथ सचदेवा

स्टार्टअप एवं उद्यमिता विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत का मजबूत आधारः प्रो. सोमनाथ सचदेवा

कुवि में त्रिपक्षीय समझौते पर हुए हस्ताक्षर

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श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा

स्टार्टअप एवं उद्यमिता विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत का मजबूत आधार है। नवाचार और तकनीकी उन्नति के इस युग में, स्टार्टअप व उद्यमिता भविष्य को आकार देने का एक शक्तिशाली उपकरण बन गया है। दुनिया तेजी से बदल रही है, और भविष्य उन लोगों का है जो लीक से हटकर सोचने, जोखिम लेने और अपने अवसर खुद बनाने के इच्छुक हैं।

युवाओं को अपनी रचनात्मकता, स्टार्टअप, प्रेरणा और अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने की क्षमता का उपयोग करने के लिए सशक्त बनाना आवश्यक है। उन्हें आवश्यक संसाधन, सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करके, हम एक संपन्न अर्थव्यवस्था और उज्ज्वल भविष्य व विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।

यह विचार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने मंगलवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कमेटी रूम में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक विज्ञान विभाग की पूर्व छात्रा सविता और चंद्रशेखर द्वारा स्थापित एक नए स्टार्टअप, आर्गस चिप डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड को अपने स्टार्टअप इकोसिस्टम में शामिल करने के लिए आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए।

इस कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, आर्गस चिप डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड और कुटिक के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस स्टार्टअप के लिए कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा सहित उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पूर्व छात्रों को बधाई दी गई और नवाचार के लिए प्रोत्साहित किया गया।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि हमें अपने पूर्व छात्रों को नौकरी सृजक और नवप्रवर्तक बनते देखकर गर्व हो रहा है।

कुटिक ऐसी प्रतिभाओं को पोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आर्गस चिप डिज़ाइन को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में शामिल करना हमारे बढ़ते उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र का प्रमाण है। इस समझौते से नवाचार को बढ़ावा देने, पूर्व छात्रों के उपक्रमों का समर्थन करने और राष्ट्रीय स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान देने की प्रतिबद्धता को बढ़ावा मिलेगा।

डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. दिनेश कुमार नेे कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय छात्रों और शोधकर्ताओं के बीच नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने में विश्वास करता है। इस तरह की पहल न केवल हमारे पूर्व छात्रों का समर्थन करती है, बल्कि हमारे वर्तमान छात्रों को उद्यमशीलता को एक व्यवहार्य कॅरियर के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित भी करती है।

कुटिक समन्वयक प्रो. अनुरेखा शर्मा ने कहा कि कुटिक शुरुआती चरण के स्टार्टअप को मेंटरशिप, बुनियादी ढाँचा और उद्योग संबंध प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। आर्गस चिप डिज़ाइन के साथ, हम शिक्षाविदों और सेमीकंडक्टर उद्योग के बीच गहन सहयोग की आशा करते हैं। उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि कुटिक में पहली बार एक महिला द्वारा नेतृत्व किया गया स्टार्टअप भी शामिल हुआ है, जो महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

रूसा के नोडल अधिकारी प्रो. प्रदीप कुमार ने कहा कि रूसा परियोजना के तहत, हमारा लक्ष्य नवाचार और अनुसंधान के लिए संस्थागत समर्थन को मजबूत करना है। कुटिक इस बात का आदर्श उदाहरण है कि कैसे रूसा विश्वविद्यालय- आधारित स्टार्टअप के विकास को गति दे सकता है।

इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पॉल, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. दिनेश कुमार, प्रो. अनुरेखा शर्मा, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. हरदीप आनंद, प्रो. अनिता यादव, प्रो. अश्विनी, डॉ. हरदीप राय, इनक्यूबेशन कंसल्टेंट डॉ. मनोज, पूर्व छात्रा सविता और चंद्रशेखर सहित प्रोजेक्ट एक्शन ग्रुप, प्रोजेक्ट स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य मौजूद थे।

आर्गस चिप डिज़ाइन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी
आर्गस चिप डिज़ाइन। प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी चिप डिज़ाइन और हार्डवेयर नवाचार पर केंद्रित एक गहन प्रौद्योगिकी स्टार्टअप है जिसका कार्य क्षेत्र एफपीजीए चिप पर आधारित कस्टम सर्किट डिज़ाइन तैयार करना है। आर्गस चिप डिज़ाइन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी हार्डवेयर सुरक्षा और निगरानी समाधानों में नवाचार करने के लिए समर्पित हैं।

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