रहस्य, अध्यात्म और यथार्थ से बनी निराला की लेखनी.

रहस्य, अध्यात्म और यथार्थ से बनी निराला की लेखनी. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क हिंदी साहित्य की अनुपम उपलब्धि धूलि में तुम मुझे भर दो। धूलि-धूसर जो हुए पर, उन्हीं के वर वरण कर दो दूर हो अभिमान, संशय,वर्ण-आश्रम-गत महामय, जाति जीवन हो निरामय वह सदाशयता प्रखर दो। फूल जो तुमने खिलाया,सदल क्षिति में ला मिलाया,…

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