संगीत का सबसे बड़ा ‘आवारा’।

संगीत का सबसे बड़ा ‘आवारा’। शंकरदास केसरीलाल से शैलेन्द्र तक की यात्रा। शैलेंद्र का रंग सांवला था, लेकिन छंदों की तरह उनकी मुस्कान चमकदार थी. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क ‘मेरा जूता है जापानी’, ‘आज फिर जीने की’, ‘आवारा हूं’, ‘रमैया वस्तावैया’, ‘मुड मुड के ना देख मुड मुड के’ और ‘हर दिल जो प्यार करेगा’…

Read More
error: Content is protected !!