बिहार NDA में सीट बंटवारा का खेल शुरू
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर एनडीए में सीट बंटवारे का खेल शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) ने भारतीय जनता पार्टी को अपनी सीटों की इच्छा जाहिर कर दी है। चिराग के जीजा एवं जमुई से एलजेपी-आर सांसद अरुण भारती ने दावा किया कि उनकी पार्टी एनडीए में रहकर 43 से 137 सीटों के बीच चुनाव लड़ेगी। उन्होंने एनडीए में फिलहाल सीटों का बंटवारा होने से इनकार कर दिया और इस मुद्दे पर चल रही सभी तरह की अटकलों को भी खारिज किया है।
चिराग पासवान की पार्टी के बिहार प्रभारी अरुण भारती ने कहा कि साल 2000 में स्थापना के बाद लोजपा पहली बार बिहार विधानसभा के किसी चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ मिलकर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि हमने अपनी आकांक्षा एवं उम्मीदों से एनडीए के सबसे बड़े दल भाजपा को अवगत करा दिया है। तय हो जाने पर इसकी जानकारी सार्वजनिक कर दी जाएगी।
अरुण भारती ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर जारी किए वीडियो में कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए के घटक दलों के बीच बातचीत चल रही है। आपसी सहमति होते ही घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 2015 में लोजपा ने एनडीए के साथ मिलकर 43 सीटों पर चुनाव लड़ा था। फिर 2020 में 137 सीटों पर चुनाव लड़ा।
उन्होंने दावा किया, ‘बीते सालों में चिराग पासवान के नेतृत्व में एलजेपी-आर लगातार मजबूत हुई है। मेरी व्यक्तिगत राय में आगामी चुनाव के लिए एनडीए के भीतर सीट बंटवारे का लोजपा (रा) के लिए सम्मानजनक आंकड़ा इन्हीं दोनों सीटों के आंकड़े के बीच (43 से 137) होना चाहिए।
बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे पर हलचल तेज है। बीजेपी और जेडीयू के नेतृत्व वाले इस गठबंधन में लंबी बातचीत के बाद सीटों का फॉर्मूला लगभग तय कर लिया गया है। माना जा रहा है कि सितंबर के आखिरी हफ्ते या अक्टूबर के पहले हफ्ते में चुनाव की घोषणा हो सकती है। इसके बाद सभी दल अपनी सीटों का ऐलान करेंगे। हालांकि, सीटों के बंटवारे पर अंतिम मुहर एनडीए के बड़े नेता ही लगाएंगे। एक और बैठक होने की संभावना है, जिसके बाद सीटों की औपचारिक घोषणा होगी।
चिराग पासवान की सीटों पर खींचतान?
सूत्रों के मुताबिक, इस बार सीटों का बंटवारा पिछली विधानसभा चुनाव की तर्ज पर होगा। लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान भी इस बार एनडीए के साथ है। बीते लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान का पार्टी का स्ट्राइक रेट 100 फीसदी रहा था। इसी प्रदर्शन को आधार बनाकर चिराग पासवान बिहार में 40 से ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं। चिराग पासवान का ज्यादा सीटें मांगना उनकी राजनीतिक मजबूरी भी है, क्योंकि उन्हें अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखना है। हालांकि चिराग को कम सीटों पर समझौता करना पड़ सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी चिराग पासवान को नाराज नहीं करना चाहती। ऐसे में चिराग पासवान की पार्टी को 20 से 25 सीटें मिल एनडीए में मिल सकती हैं। बता दें, नीतीश कुमार और चिराग पासवान के रिश्ते पहले भी तल्ख रहे हैं।
एनडीए में सीट बंटवारे का क्या फॉर्मूला?
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी और नीतीश कुमार की जेडीयू के बीच सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है। दोनों दल 100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों का कहना है कि जेडीयू का आंकड़ा बीजेपी से थोड़ा ज्यादा होगा, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि बिहार में जेडीयू बड़ी पार्टी है। वहीं, बाकी की सीटें जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को भी मिलेंगी।
अगर इस लब्बोलुआब का देखा जाए तो एनडीए में जेडीयू को 105, बीजेपी को 104 सीटें मिल सकती है। जबकि बाकी की 34 सीटों में से चिराग को 20 सीटें, मांझी और कुशवाह को 7-7 सीट मिल सकती हैं। माना ये भी जा रहा है कि अगर चिराग 20 सीटों पर नहीं मानते हैं तो एक दो सीटें बीजेपी उन्हें अपने कोटे से दे सकती है।
चिराग पर टिकी सबकी निगाहें
चिराग पासवान के लिए सीट बंटवारे का मसला अहम है। उनके समर्थकों की नजरें इस बात पर हैं कि उन्हें कितनी सीटें मिलती हैं और क्या वे बीजेपी-जेडीयू के प्रस्ताव को मानते हैं। जैसे ही चुनाव की घोषणा होगी, सीटों की तस्वीर साफ हो जाएगी। बिहार की जनता एक बार फिर अपने नेताओं को चुनने के लिए तैयार है।