लौटकर आया माटी का लाल
देश को आप पर गर्व है!
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारत के वीर वैज्ञानिक शुभांशु शुक्ला जी को अंतरिक्ष मिशन की ऐतिहासिक सफलता और सुरक्षित वापसी पर हार्दिक बधाई! आपने न केवल अंतरिक्ष को छू लिया, बल्कि पूरे भारतवासियों के दिलों को भी गर्व से भर दिया। आपकी यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को विज्ञान, समर्पण और देशभक्ति की प्रेरणा देती रहेगी। आप जैसे सपूतों के कारण ही आज भारत आत्मनिर्भर अंतरिक्ष युग की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है।
आईएसएस पर पहली बार भारत का परचम लहराकर 140 करोड़ से अधिक भारतीयों का स्वाभिमान सातवें आसमान पर पहुंचाने वाले गगनयात्री शुभांशु शुक्ला ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा के बाद वापस लौट आए हैं। ये भारत के नागरिकों के लिए एक भावुक करने वाला पल है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिनों तक रहने के बाद शुभांशु एक्सिओम-4 मिशन के अपने तीन सहयोगी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ आज दोपहर 3:01 बजे प्रशांत महासागर में कैलिफोर्निया तट पर उतरे।
ISS से धरती के बीच वापसी में शुभांशु और उनके सहयोगियों को कुल 22 घंटों का वक्त लगा। स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन अंतरिक्षयान सोमवार को आईएसएस से अलग हुआ। अनडॉकिंग (आईएसएस से अंतरिक्षयान से अलग होने) की प्रक्रिया भारतीय समयानुसार सोमवार को शाम लगभग 4:45 बजे हुई। इसके ठीक 22 घंटे बाद ये सभी अंतरिक्ष यात्री 15 जुलाई दोपहर 3 बजे धरती पर पहुंचे। कैलिफोर्निया के तट पर ड्रैगन स्प्लैशडाउन हुआ, इसके बाद सभी अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से बाहर निकाला गया।
एक्सिओम-4 मिशन के लिए ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और उनके तीन सहयोगियों ने ISS पर कुल 18 दिनों का वक्त बिताया। इससे पहले शुभांशु की वापसी 11 जुलाई को होनी थी, हालंकि, किसी कारणवश इसको 3 दिनों के लिए आगे बढ़ा दिया गया।
ड्रैगन कैप्सूल के समुद्र में आने के बाद आवश्यक कार्रवाई को पूरा किया गया, इसके बाद रिकवरी टीम के सदस्य ड्रैगन कैप्सूल के अंदर गए। इसके कुछ पल के बाद सभी अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से बाहर निकाला गया। बाहर निकले के दौरान शुभांशु के चेहरे पर खुशी झलक रही थी।
जानकारी दें कि एक्सिओम-4 मिशन के तहत शुभांशु और तीन अन्य अंतरिक्षयात्री- मिशन कमांडर अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोस्ज उजनांस्की-विस्नीवस्की, हंगरी के टिबोर कापू 26 जून को आइएसएस पर पहुंचे थे।
अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा के बाद वापस लौट आए हैं। शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष स्टेशन से धरती पर वापसी का लाइव प्रसारण उनके माता-पिता व अन्य परिजन भी देखते रहे। इस दौरान दोनों की आंखें खुशी से नम हो गईं। शुभांशु के परिवार के लिए यह गर्व का पल है। लखनऊ स्थित शुभांशु के घर में जश्न का माहौल है।
एक्सिओम-4 मिशन के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु और तीन अन्य अंतरिक्षयात्री पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोस्ज उजनांस्की-विस्नीवस्की, हंगरी के टिबोर कापू 26 जून को आइएसएस पर पहुंचे थे। इन अंतरिक्षयात्रियों ने आइएसएस से जुड़ने के बाद से लगभग 76 लाख मील की दूरी तय करते हुए पृथ्वी के चारों ओर लगभग 433 घंटे या 18 दिन तक 288 परिक्रमाएं कीं।
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिनों तक रहने के बाद शुभांशु एक्सिओम-4 मिशन के अपने तीन सहयोगी अंतरिक्षयात्रियों के साथ आज दोपहर 3:01 बजे प्रशांत महासागर में कैलिफोर्निया तट पर उतरे।शुभांशु को आईएसएस से धरती पर आने में लगभग साढ़े 22 घंटे लगे। स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन अंतरिक्षयान सोमवार को आईएसएस से अलग हुआ। अनडॉकिंग (आईएसएस से अंतरिक्षयान से अलग होने) की प्रक्रिया भारतीय समयानुसार शाम लगभग 4:45 बजे हुई।
जानकारी के अनुसार, इन अंतरिक्षयात्रियों ने आईएसएस से जुड़ने के बाद से लगभग 76 लाख मील की दूरी तय करते हुए पृथ्वी के चारों ओर लगभग 433 घंटे या 18 दिन तक 288 परिक्रमाएं कीं।
पूरी दुनिया की नजरें कैलिफोर्निया के समुद्र में तैरते हुए ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर टिकी थीं। 18 दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद शुभांशु शुक्ला समेत चारों अंतरिक्ष यात्री धरती पर सुरक्षित लैंड कर चुके हैं। शुभांशु की वापसी पर पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई लोगों ने शुभांशु को वापसी की बधाई दी है। शुभांशु शुक्ला Axiom-04 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) में गए थे। आज दोपहर 3 बजे ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट सभी अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित धरती पर वापस ले आया है। 18 दिन में शुभांशु ने ISS में 7 एक्सपेरिमेंट किए हैं। वहीं, शुभांशु अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे और ISS में जाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
पीएम मोदी ने किया स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए शुभांशु का स्वागत किया है। पीएम मोदी ने लिखा,”अंतरिक्ष में अपने ऐतिहासिक मिशन के बाद शुभांशु ने धरती पर वापसी की है। सभी देशवासियों के साथ मैं भी शुभांशु के स्वागत में शामिल हूं। अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में जाने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री बने शुभांशु अपने लगन और साहस से करोड़ों लोगों के सपनों को मजबूत किया है। यह हमारे अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर साबित हो सकता है।”
सभी भारतीयों को शुभांशु पर गर्व: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शुभांशु की वापसी पर पोस्ट शेयर किया है। राजनाथ सिंह ने एक्स पर लिखा, “Axiom-4 मिशन के तहत ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक वापसी पर सभी भारतीयों को गर्व है। उन्होंने सिर्फ अंतरिक्ष को नहीं छुआ है बल्कि वो भारत की आकांक्षाओं को भी नई ऊंचाईयों पर लेकर गए हैं। ISS में जाकर वापस आना सिर्फ उनके लिए मील का पत्थर नहीं है बल्कि यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है। भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।”
बेटे से मिलने को बेताब हैं पिता
बेटे की वापसी पर शुभांशु के पिता की भी खुशी का ठिकाना नहीं है। शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला का कहना है कि अब हम जल्द से जल्द बेटे से मिलना चाहते हैं।
केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने दी बधाई
केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने भी शुभांशु की वापसी पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा, “शुभांशु ने अंतरिक्ष में जो भी एक्सपेरिमेंट किए हैं, उनसे पूरी दुनिया को फायदा होगा। भारत ने अपनी क्षमता साबित कर दी है।”