स्थानांतरण प्रक्रिया सतत रूप से चलेगी- शिक्षा विभाग

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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बिहार में शिक्षकों के तबादलों को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच शिक्षा विभाग ने स्थिति स्पष्ट कर दी है. विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) एस. सिद्धार्थ ने शनिवार को ‘शिक्षा की बात’ कार्यक्रम में स्पष्ट किया कि शिक्षकों का ट्रांसफर किसी हाल में नहीं रुकेगा. उन्होंने कहा कि यह एक नियमित और पारदर्शी प्रक्रिया है, जिसे सिस्टम के तहत लागू किया जा रहा है.

अब तक बिहार में 80 हजार शिक्षकों का ट्रांसफर

अब तक राज्यभर में करीब 80 हजार शिक्षकों का स्थानांतरण हो चुका है और यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी. एसीएस ने शिक्षकों से पैनिक न होने की अपील करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न दें.

1 से 6 तक के सभी शिक्षकों का हो चुका है ट्रांसफर

कक्षा 1 से 6 तक के स्कूलों में कार्यरत सभी शिक्षकों का ट्रांसफर हो चुका है और उन्हें नए स्कूल भी अलॉट कर दिए गए हैं. सिर्फ 34 शिक्षकों को तकनीकी कारणों से स्कूल आवंटन नहीं हो पाया था, जिन्हें विभाग ने चिह्नित कर लिया है और जल्द ही उन्हें भी पोस्टिंग दे दी जाएगी.

जॉइनिंग के लिए नहीं डाला जाएगा दबाव

एसीएस सिद्धार्थ ने बताया कि जिन शिक्षकों का ट्रांसफर हो चुका है, उनमें से अधिकांश ने नए स्कूलों में योगदान कर लिया है. हालांकि कुछ शिक्षक अब भी ज्वॉइन नहीं कर पाए हैं, जिनकी संख्या की समीक्षा की जाएगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी पर जॉइनिंग के लिए दबाव नहीं डाला जाएगा.

चलते रहेगी ट्रांसफर की प्रक्रिया

इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि जिन जिलों में शिक्षकों की संख्या अधिक है, वहां से अन्य जिलों में तबादले किए जाएंगे ताकि सभी जिलों में शिक्षक संख्या संतुलित हो सके. पुरुष शिक्षकों का भी स्थानांतरण होगा.

शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि यह स्थानांतरण प्रक्रिया सतत रूप से चलेगी और किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा. इसलिए शिक्षकों को घबराने या अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है.

राज्य में जिन सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या ज्यादा हो गई है, उन विद्यालयों के पुरुष शिक्षकों का स्वेच्छा के आधार पर स्थानांतरण होगा।

दूरी के आधार पर हुए महिला शिक्षकों के स्थानांतरण में जिला आवंटन के बाद भी जिनका विद्यालय आवंटन नहीं हुआ है, उन्हें अभी इसलिए प्रतीक्षा करनी होगी, क्योंकि उनके स्थानांतरण से विद्यालय बंद हो जाएंगे। दूरी के आधार पर पुरुष शिक्षकों के स्थानांतरण पर भी शिक्षा विभाग में मंथन चल रहा है।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने शनिवार को शिक्षा की बात हर शनिवार कार्यक्रम में कहा कि राज्य में करीब 80 हजार शिक्षकों के स्थानांतरण हुआ लेकिन, स्थानांतरण श्रेणी एक से छह के 34 शिक्षक संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारियों की गलती से छूट गए। ऐसे शिक्षकों को स्थानांतरित किया गया।

10 जुलाई तक करना होगा योगदान

30 जून तक एवं नवस्थानांतरित शिक्षकों को 10 जुलाई तक नवपदस्थापन वाले विद्यालयों में योगदान करना था। अब इसकी समीक्षा होगी कि कितने शिक्षकों ने योगदान नहीं किया। हालांकि, ऐसे भी शिक्षक हैं, जो यह पूछने आ रहे हैं कि 30 जून के बाद योगदान कर सकते हैं या नहीं?

उन्होंने कहा कि शिक्षकों के स्थानांतरण से जिन विद्यालयों में ज्यादा शिक्षक हो गये हैं, वहां के पुरुष शिक्षकों का स्थानांतरण किया जाएगा। ऐसे पुरुष शिक्षकों की स्वेच्छा से उनका स्थानातंरण होगा। दूरी के आधार पर पुरुष शिक्षकों के स्थानांतरण के मामले में भी एक्सरसाइज चल रहा है। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी।

इंटरनेट पर फैलाये जा रहे भ्रम से बचें

डॉ. सिद्धार्थ ने शिक्षकों से कहा कि स्थानांतरण को लेकर इंटरनेट मीडिया द्वारा फैलाये जा रहे भ्रम से बचें। स्थानांतरण से असंतुष्ट शिक्षकों से उन्होंने कहा कि उनकी समस्या का निराकरण अब जिला स्थापना समिति करेगी। इसके लिए संबंधित शिक्षक ई-शिक्षाकोष पोर्टल में आवेदन करेंगे।

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