सदैव अटल कार्यक्रम में सराहना से ऊर्जस्वित दिखे युवा
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर निबंध प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

सोसाइटी हेल्पर ग्रुप के तत्वावधान में होटल सफायर इन में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर विशेष कार्यक्रम सदैव अटल का आयोजन हुआ। इसके तहत 14 दिसंबर को निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसके प्रतिभागियों को सदैव अटल कार्यक्रम में सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर रविंद्र नाथ पाठक ने किया जबकि मुख्य अतिथि जिला बीस सूत्री के उपाध्यक्ष श्री संजय पांडेय जबकि विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन सीवान के जिलाध्यक्ष डॉक्टर रूपेश कुमार , बतौर अतिथि शिक्षाविद् डॉक्टर गणेश दत्त पाठक, कवयित्री आरती आलोक वर्मा, डॉक्टर मिताली कुमारी, पंकज कुमार आदि मौजूद रहे।
सदैव अटल कार्यक्रम की शुरुआत आगत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। आगत अतिथियों का स्वागत सोसाइटी हेल्पर ग्रुप के अध्यक्ष अनमोल कुमार ने किया। सिंगर अविनाश और विशाल राज ने अपने गानों पर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। बालिकाओं ने मनमोहक गणेश वंदना नृत्य की प्रस्तुति दी। प्रोफेसर रविंद्र नाथ पाठक ने कहा कि सदैव अटल जैसे कार्यक्रम अटल जी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होते हैं।

मुख्य अतिथि श्री संजय पांडेय ने कहा कि अटल जी के जीवन मूल्य हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर रूपेश कुमार ने कहा कि अटल जी विभिन्न चुनौतियों के बावजूद सदैव अटल रहे। शिक्षाविद् डॉक्टर गणेश दत्त पाठक ने कहा कि अटल जी ने सुशासन, बुनियादी संरचना और सशक्त भारत की मजबूत नींव रखी। जिसके आधार पर आज भारत विश्व गुरु बनने जा रहा है।
सोसाइटी हेल्पर ग्रुप के अध्यक्ष अनमोल कुमार ने कहा कि निबंध प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों को अटल जी के जीवन मूल्यों से परिचित कराना था। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शिवम् ने प्राप्त किया, जबकि द्वितीय स्थान आंचल कुमारी और तृतीय स्थान अंशु कुमारी ने प्राप्त किया। निबंध प्रतियोगिता का विषय राष्ट्र निर्माण में अटल जी का योगदान रखा गया था। इस अवसर पर सचिन कुमार, डॉक्टर राजेश पांडेय, आकाश श्रीवास्तान, अरविंद पाठक, निरंजन कुमार, अभिषेक श्रीवास्तव, सूरज कुमार, नीतीश कुमार आदि उपस्थित रहे।


