स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन योग करना आवश्यक है : गुलशन ग्रोवर
युधिष्ठिर योग जिला में लोटस ग्रीन सिटी में लगाया पांच दिवसीय निशुल्क योग द्वारा हड्डी रोग निवारण शिविर
श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा
भारतीय योग संस्थान (पंजीकृत) की हरियाणा प्रांत इकाई के अंतर्गत कुरुक्षेत्र के युधिष्ठिर योग जिला के तत्वावधान में लोटस ग्रीन सिटी के पार्क में एक पांच दिवसीय निशुल्क योग द्वारा हड्डी रोग निवारण शिविर का आयोजन किया गया।
संस्थान की हरियाणा प्रांत इकाई के नवनियुक्त संगठन मंत्री गुलशन कुमार ग्रोवर, युधिष्ठिर जिला प्रधान सुमन तोमर, संगठन मंत्री रेखा गोयल, कोषाध्यक्ष रेनू जैन, जोन प्रधान कृष्णा पांचाल, केंद्र प्रमुख डॉ. आर के पारिख एवं लाजपत गोयल सहित उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने मां शारदा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया और संस्थान के संस्थापक श्रद्धेय स्वर्गीय प्रकाश लाल जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
केंद्र प्रमुख लाजपत गोयल ने ओम ध्वनि व गायत्री मंत्रोच्चारण के बाद उपस्थित साधकों को टांगों व बाजुओं की सूक्ष्म क्रियाएं करवाई। जिला प्रधान सुमन तोमर ने सरल आसनों व प्राणायाम का विधि व लाभ बता कर अभ्यास करवाया। रेखा गोयल व रेणु जैन ने योगासन व प्राणायाम करते हुए साधकों की स्थितियां ठीक करवाई । सुप्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. आर के पारिख ने हड्डी रोगों के कारण, लक्षण व योग द्वारा उपचार पर सुंदर व सारगर्भित व्याख्यान दिया।
प्रांतीय संगठन मंत्री गुलशन कुमार ग्रोवर ने भारतीय योग संस्थान की उत्पत्ति, लक्ष्य और विकास यात्रा के बारे में सुरुचिपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संस्थान की उत्पत्ति 10 अप्रैल 1967 को ईश्वरीय ढंग से हुई और तब से आज तक संस्थान निशुल्क योग साधना के माध्यम से भारतीय संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य निष्काम सेवाभाव से कर रहा है। जीओ और जीवन दो संस्थान का ध्येय वाक्य है जिसके माध्यम से सर्वे भवन्तु सुखिन: और वसुधैव कुटुम्बकम का महान लक्ष्य प्राप्त करना है।
उन्होंने बताया कि हमारी निष्क्रिय जीवन शैली, दूषित खानपान, कुपोषण, बैठने, चलने व लेटने की स्थिति में विकारों तथा चोट इत्यादि लगने के कारण आजकल समाज में हड्डी रोग बढ़ रहे हैं। इस वर्ष पूरे भारतवर्ष में संस्थान के निशुल्क योग साधना केंद्रों द्वारा निशुल्क हड्डी रोग निवारण शिविर लगाए जाने हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए संस्थान द्वारा हाल ही में हड्डी रोग व योग नामक पुस्तक प्रकाशित की गई है।
संस्थान के अखिल भारतीय प्रधान योगरत्न देसराज जी द्वारा लिखित इस पुस्तक में हड्डियों के सभी प्रकार के रोगों के कारण, लक्षण, प्रकार व योग द्वारा उपचार, खानपान व परहेज इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया गया है। यह पुस्तक वास्तव में हड्डी रोगों पर एक एनसाइक्लोपीडिया है । संस्थान की त्रैमासिक पत्रिका योग मंजरी का अप्रैल विशेषांक भी इस बार हड्डी रोग विशेषांक के नाम से प्रकाशित हुआ है।
यह शिविर भी इसी श्रृंखला में लगाया गया है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन नियमित रूप से एक घंटा योगाभ्यास करना चाहिए। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन और बुद्धि का निवास होता है। मानव जीवन का लक्ष्य प्रभु से मिलन योग के माध्यम से सुगमता से प्राप्त किया जा सकता है।
योग द्वारा हड्डी रोगों से बचाव व उनका उपचार संभव है। इस अवसर पर मंजुला गर्ग, रितु बंसल, डेज़ी वालिया, संगीता, पूजा, सोनिया, विकास, रमेश सहित लगभग 30 साधक उपस्थित थे।
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