ट्रंप ने भारत पर 26% टैरिफ लागू कर दिया है
हम पूरी तरह से निपटने को तैयार हैं-चीन
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार सुबह से भारत पर 26% टैरिफ पूरी तरह से लागू कर दिया है।ट्रंप ने 3 अप्रैल को व्हाइट हाउस के रोज गार्डन से अपनी ‘लिबरेशन डे’ घोषणा के दौरान टैरिफ लगाने का फैसला किया था। यह कदम अमेरिकी व्यापार नीति में बड़ा बदलाव है, जिसका असर दुनिया के कई देशों पर पड़ेगा।
भारत सहित कई देशों पर बढ़े टैरिफ
ट्रंप ने अप्रैल 3 को घोषणा की थी कि अमेरिका अपने सभी व्यापारिक साझेदारों पर न्यूनतम 10% टैक्स लगाएगा। उन्होंने कहा था कि जिन देशों के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा है, उन पर यह टैक्स ज्यादा लगाया जाएगा।
भारत के अलावा, ट्रंप ने वियतनाम पर 46%, ताइवान पर 32%, दक्षिण कोरिया पर 25%, जापान पर 24% और यूरोपीय संघ पर 20% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी।
क्या होगा भारत पर असर?
अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 26 फीसदी टैरिफ से कई सामानों की कीमत बढ़ेगी। कीमत बढ़ने की वजह से भारतीय उत्पादों की प्रतिस्पर्धा कम हो सकती है, खासकर उन देशों की तुलना में जिन पर कम टैरिफ लगाया गया है। ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ का सबसे ज्यादा असर दवाओं पर पड़ेगा। भारत से अमेरिका में सस्ती दवाएं जाती हैं। अमेरिका भारत से 12 अरब डॉलर से ज्यादा की दवाएं और फार्मा प्रोडक्ट्स लेता है। 2023-24 में भारत का अमेरिका के साथ ट्रेड सरप्लस 35.32 अरब डॉलर था। टैरिफ से यह सरप्लस कम हो सकता है।
भारत ने ट्रंप के टैरिफ पर दी प्रतिक्रिया
ट्रंप ने इस फैसले के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘अच्छा दोस्त’ बताते हुए कहा था कि पीएम मोदी उनके मित्र है, लेकिन ‘भारत ने हमारे साथ ठीक व्यवहार नहीं किया है।’ ट्रंप ने कहा, “भारत हमसे 52% टैक्स लेता है, इसलिए हम उन पर आधे, यानी 26% का टैक्स लगाएंगे।” भारत सरकार ने इस फैसले के बाद प्रतिक्रिया दी है और कहा कि वह इस घोषणा के असर को ध्यान से देख रही है।
भारत के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि वे सभी संबंधित पक्षों से बात कर रहे हैं, जिनमें भारतीय उद्योग और निर्यातक भी शामिल हैं, ताकि इस बदलाव के बारे में पूरा आकलन किया जा सके और विकसित भारत के दृष्टिकोण के तहत स्थिति का मूल्यांकन किया जा सके।
हम पूरी तरह से निपटने को तैयार हैं-चीन
चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वार शुरू हो चुका है। टैरिफ पर दोनों देश आमने-सामने हैं। चीन ने साफ कर दिया है कि वह अमेरिका की इस नीति के खिलाफ अंत तक लड़ेगा। अमेरिकी टैरिफ को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा। डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले चीनी सामान पर 20 फीसदी टैरिफ लगाया था।
चीन के जवाब से तिलमिला उठे ट्रंप
दूसरी बार ट्रंप ने चीन के खिलाफ 2 अप्रैल को 34 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ का एलान किया। मगर जवाब में चीन ने भी अमेरिकी वस्तुओं पर 34 फीसदी टैरिफ लगा दिया। चीन के इस जवाबी एक्शन से डोनाल्ड ट्रंप भड़क उठे। उन्होंने अमेरिका में चीनी सामानों पर 50 फीसदी और टैरिफ लगाने का एलान किया। अब तक अमेरिका चीन पर कुल 104 फीसदी टैरिफ लगा चुका है। दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्था के बीच छिड़ी इस जंग ने आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ा दी है।
चीन निपटने में पूरी तरह से सक्षम है
मंगलवार को यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ बातचीत में चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग ने ट्रंप की टैरिफ नीति पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि चीन किसी भी नकारात्मक बाहरी झटके से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ट्रंप की टैरिफ धमकी के बावजूद 2025 में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था निरंतर और स्वस्थ आर्थिक विकास को बनाए रखेगी।
सहयोग ही सभी के हित में
ली कियांग ने कहा कि चीन की कड़ी प्रतिक्रिया अपने हितों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों की रक्षा के खातिर है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी टैरिफ एकतरफावाद, संरक्षणवाद और आर्थिक दबाव का उदाहरण है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक ली कियांग ने कहा कि संरक्षणवाद कहीं नहीं ले जाएगा। अर्थव्यवस्था में खुलापन और सहयोग ही सभी के हित में है।
अंत तक लड़ेंगे
ली ने आगे कहा कि इस वर्ष चीन की व्यापक आर्थिक नीतियों ने विभिन्न अनिश्चितताओं को पूरी तरह से ध्यान में रखा गया है। इसका मतलब यह है कि चीन ने पहले से ही ट्रंप के टैरिफ से निपटने की तैयारी कर रखी है। उधर, चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि हम अंत तक लड़ेंगे। चीनी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका पर आर्थिक धौंस जमाने और विश्व की अर्थव्यवस्थाओं को अस्थिर करने का आरोप लगाया।
हॉलीवुड फिल्मों पर बैन की तैयारी
इस बीच खबर यह आ रही है कि चीन ने ट्रंप के टैरिफ के खिलाफ जवाबी एक्शन की तैयारी की है। दो बड़े चीनी ब्लॉगर्स ने अमेरिका के खिलाफ उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी दी। इसके तहत चीनी अधिकारी अमेरिका पर कड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर रहे हैं। चीन अमेरिका के कृषि उत्पादों पर टैरिफ और हॉलीवुड फिल्मों पर बैन लगा सकता है।