गंगा में कूदीं दो बहनें,एक की मौत,दूसरी को गोद में उठाकर अस्पताल दौड़े दरोगा,पेश की मानवता की मिसाल

गंगा में कूदीं दो बहनें,एक की मौत,दूसरी को गोद में उठाकर अस्पताल दौड़े दरोगा,पेश की मानवता की मिसाल

श्रीनारद मीडिया,  यूपी डेस्‍क:

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उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सैदपुर में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब दोपहर में सैदपुर-चंदौली को जोड़ने वाली गंगा पर बने रामकरण सेतु से दो युवतियों ने गंगा में छलांग लगा दी।एक युवती की मौके पर ही डूबने से मौत हो गई,जबकि दूसरी को सैदपुर थाने की पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया।मृतका की पहचान चंदौली जिले के मोलनापुर गांव की 18 वर्षीय सोनी यादव के रूप में हुई है।

इस रेस्क्यू में सबसे बड़ी भूमिका निभाई कस्बा चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय ने।चौकी इंचार्ज ने एक युवती को गंभीर हालत में गोद में लेकर दौड़ते हुए सैदपुर सीएचसी पहुंचाया।चौकी इंचार्ज के इस सराहनीय कार्य से न सिर्फ युवती की जान बची बल्कि मानवता की मिसाल भी बन गया।

नाविकों ने पहले चंचल यादव को बाहर निकाला,लेकिन उसे मृत समझकर किनारे पर रख दिया और सोनी की तलाश में जुट गए। इस दौरान कस्बा पुलिस चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय मौके पर पहुंचे। चौकी इंचार्ज ने चंचल के शरीर में थोड़ी सी हरकत देखी और उसे तुरंत गोद में उठाकर अस्पताल की ओर दौड़ पड़े।रास्ते में रेलवे क्रॉसिंग बंद होने पर भी उन्होंने हार नहीं मानी और चंचल को दूसरी ओर मौजूद पुलिसकर्मी को सौंपकर उपचार के लिए भेजा।सोशल मीडिया पर दरोगा मनोज पांडेय की दौड़ती हुई तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है और क्षेत्र में उनकी बहादुरी की जमकर चर्चा हो रही है।

लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने सोनी का शव नदी से बाहर निकाला। सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि दोनों युवतियां चचेरी बहनें थीं और चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के मोलना गांव की रहने वाली थीं। दोनों बीए प्रथम वर्ष की छात्रा थीं। वे घर से पढ़ने जाने की बात कहकर निकली थीं।फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है कि दोनों युवतियों ने आत्महत्या के लिए ऐसा कदम क्यों उठाया।

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