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लुलु माल का क्‍या है अबू धाबी लिंक? - श्रीनारद मीडिया

लुलु माल का क्‍या है अबू धाबी लिंक?

लुलु माल का क्‍या है अबू धाबी लिंक?

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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लुलु माल इन दिनों सुर्खियों में है। ऐसे में यह जिज्ञासा जरूर होती है कि इस ग्रुप के मालिक कौन हैं। इस ग्रुप ने भारत में कारोबार क्‍यों शुरू किया। इसका अबू धाबी से क्‍या लिंक है? भारत से लुलु माल के मालिक का क्‍या कनेक्‍शन है? इस ग्रुप का ज्‍यादा कारोबार किस देश में है। खाड़ी देशों में यह लुलु ग्रुप क्‍यों चर्चा में रहता है।

1- लुलु ग्रुप का सबसे अधिक कारोबार खाड़ी देशों एवं खास तौर पर संयुक्त अरब अमीरात में है। इस ग्रुप का मध्य पूर्व, एशिया, अमेरिका एवं यूरोप सहित करीब 22 देशों में कारोबार फैला है। लुलु ग्रुप से करीब 57 हजार लोगों को रोजगार मिला हुआ है। मूल रूप से भारतीय यूसुफ अली ही लुलु ग्रुप के मालिक हैं। इनका नाम एसए यूसुफ अली है। अली केरल के त्रिशूर जिले में स्थित नाट्टिका नामक जगह के रहने वाले हैं। आपको बता दें दोस्तों कि वही लुलु की कंपनी लुलु ग्रुप इंटरनेशनल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हैं। उनका जन्म 15 नवंबर 1955 को हुआ था। इस समय उनकी उम्र 67 वर्ष है। परिवार की बात करें तो एमए यूसुफ अली की 3 बेटियां हैं। इस समय उनका पूरा परिवार अबू धाबी में ही रहता है।

2- यूसुफ अली वर्ष 1973 में अबू धाबी चले गए। अब उनकी गिनती वहां के टाप बिजनेसमैन में होती है। यूसुफ अली अपने बिजनेस के साथ-साथ चैरिटी के लिए भी जाने जाते हैं। गुजरात में आए भूकंप से लेकर सुनामी और केरल में आई बाढ़ तक उन्होंने कई बार बड़ी रकम दान की है। उनके ग्रुप का सालाना टर्नओवर आठ अरब डालर है और उन्होंने करीब 57 हजार लोगों को रोजगार दिया है। 2021 में, यूसुफ अली को आबू धाबी के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें यह पुरस्कार आबू धाबी के क्राउन प्रिंस हिज हाइनेस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने प्रदान किया। यूसुफ को अबू धाबी चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के उपाध्यक्ष के रूप में भी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा यूसुफ अली को पद्मश्री और प्रवासी भारतीय सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।

3- यूसुफ अली का जन्म 15 नवंबर, 1955 को केरल के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। वह अपने चाचा के खुदरा व्यापार को संभालने के लिए महज 18 साल की उम्र में अबू धाबी चले गए। यूसुफ अली फोर्ब्स इंडिया अमीर लिस्ट 2021 में पांच अरब डालर की संपत्ति के साथ 38वें स्थान पर थे। 42 देशों में कारोबार करने वाले लुलु ग्रुप का सालाना कारोबार 8 अरब डालर का है और इस समूह में 57 हजार से ज्यादा लोग कार्यरत हैं। साल 2021 में लुलु ग्रुप के प्रमुख एमए यूसुफ अली और उनकी पत्नी को ले जा रहा एक हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। ये हादसा केरल में हुआ था। हालांकि, इस हादसे में यूसुफ अली और उनकी पत्नी बाल-बाल बच गए थे।

2012 में अपनी उदारता के कारण सुर्खियों में आए है यूसुफ

दरअसल, 2012 में 45 वर्षीय बेक्स कृष्णन ने बच्चों के एक समूह को लापरवाही से टक्कर मारा था। इस घटना में उन्हें एक सूडानी लड़के की हत्या का दोषी पाया गया था और यूएई की एक अदालत ने उन्हें मौत की सजा सुनाई थी। यूसुफ अली ने जनवरी 2021 में बयान जारी कर कहा कि सूडान में पीड़ित परिवार बेक्स कृष्णन को माफ करने के लिए तैयार है। युसूफ ने बताया कि अगर वह अदालत में पांच लाख दिरहम यानि एक करोड़ रुपये अदा करेगा तो उसे छोड़ दिया जाएगा। यूसुफ ने तब बेक्स कृष्णन की रिहाई के लिए अदालत में मुआवजे का भुगतान किया और बेक्स कृष्णन को रिहा कर दिया गया।

भारत में कहां- कहां है लुलु माल

भारत में इस कंपनी का लखनऊ में पांचवां माल खुला है। इससे पूर्व उसने कोच्चि, बेगलुरू , त्रिशुर और तिरुवनंतपुरम में अपने सुपर मार्केट खोले हैं। कोच्चि का माल भारत में लुलु ग्रुप का सबसे बड़ा माल है। इसके अतिरिक्त ग्रुप के वाराणसी यानी बनारस में लुलु माल पर काम चल रहा है। कंपनी पहले ही अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद व दिल्ली सहित भारत के सभी प्रमुख शहरों में एक व्यापक विस्तार परियोजना की घोषणा कर चुकी है।

 

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