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जब भूत-प्रेतों के साथ बारात लेकर शिवजी के पहुंचने पर देवी मैना किया बेटी को ब्याहने से इंकार-त्रिपाठी साधना - श्रीनारद मीडिया

जब भूत-प्रेतों के साथ बारात लेकर शिवजी के पहुंचने पर देवी मैना किया बेटी को ब्याहने से इंकार-त्रिपाठी साधना

जब भूत-प्रेतों के साथ बारात लेकर शिवजी के पहुंचने पर देवी मैना किया बेटी को ब्याहने से इंकार-त्रिपाठी साधना

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श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):

भगवान शंकर और माता पार्वती के विवाह की कथा बहुत रोचक और अनोखी है। ऐसा कहा जाता है कि पार्वती से विवाह रचाने के लिए भगवान शिव भूत-प्रेतों के साथ बारात लेकर पहुंचे थे. भगवान शिव को देवों का देव कहा जाता है। उन्हें तीनों लोक में सबसे महान तपस्वी भी बताया गया है। ये बातें सुप्रसिद्ध कथावाचिका त्रिपाठी साधना(प्रयागराज) ने सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड के पहाड़पुर शिवमंदिर के परिसर में आयोजित श्रीरुद्र महायज्ञ के तत्वावधान में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कहीं।उन्होंने कहा कि माता पार्वती ने शिव जी को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या भी की थी।

माता पार्वती पूर्व जन्म में माता सती थीं। पुराणों में भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का जिक्र मिलता है।ऐसा उल्लेख है कि महाशिवरात्रि के पावन दिन पर शिव-पार्वती का विवाह हुआ था। उन्होंने कहा कि भगवान शंकर का विवाह भी कम रोचक नहीं है। उन्होंने कहा कि शिव विवाह की सुनना बड़ा ही पुण्यदायी होता है।शिव पुराण के अनुसार शिवजी जब बरात लेकर चलने लगे तो उनकी बरात में भूत, प्रेत,बैताल, यक्ष, देव,दानव सहित सभी मग्न होकर नाच रहे। शादी के लिए भगवान शिव भस्म से श्रृंगार किये हुये बारात पहुंचे थे और उन्होंने हड्डियों की माला पहन रखी थी।

साथ ही उन्होंने अपने गले नाग लपेट रखा था। भगवान शिव की ऐसी अनोखी बारात देखकर सभी डर गये और हैरान हो गये। पार्वती की माता मैनावती ने जब भगवान शंकर का यह रुप देखा तो उन्होंने शादी से इनकार दिया। इसके बाद मां पार्वती से प्रार्थना की और कहा कि वह विवाह के रीति-रिवाजों के अनुसार तैयार होकर आयें। मां पार्वती के आग्रह को शिवजी ने मान लिया। पुनः शिवजी तैयार होकर आये।

इस दिव्य रुप को देकर सभी चकित रह गये। रानी मैनावती भी विवाह के लिए तैयार हो गयीं। इस मौके पर महंत दिनेश्वर भारती, महायज्ञ आयोजन समिति के अध्यक्ष रवींद्र पांडेय, उपेंद्र गुप्ता, पूर्व मुखिया सीताराम पासवान,ओमप्रकाश पांडेय, रामबालक सिंह,महेश प्रभात,लालबाबू सिंह, रामाज्ञा सिंह,दयानंद यादव,अश्विनी कुमार,लोकेश पांडेय मुन्ना, अवधेश पटेल,उमाशंकर यादव,सुरेश साह,आदर्श पांडेय सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।

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