अन्न की बर्बादी क्यों नहीं करनी चाहिए?

अन्न की बर्बादी क्यों नहीं करनी चाहिए?

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priyranjan singh
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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

अनाज की बर्बादी का मुख्य कारण समुचित भंडारण का न होना है. इस अभाव को पाटना जरूरी है. अनाज संरक्षण के लिए केवल भारतीय खाद्य निगम के कुछ केंद्रों और छोटे-छोटे निजी गोदामों पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है. बरसात के दिनों में ये खबरें आम हो चुकी हैं कि कहीं मंडी में खुले में रखा अनाज बह गया या सड़ गया या फिर आवाजाही में नुकसान हो गया. इसे रोकना बहुत जरूरी है.

विशेष सॉफ्टवेयर के जरिये सभी चालू पैक्स राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण बैंक (नाबार्ड) से जोड़े जा रहे हैं. इस संबंध में 26 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 5,673 पैक्स में परीक्षण प्रारंभ हो चुका है. इससे इन जगहों पर जमा अनाज की मात्रा के बारे तुरंत जानकारी मिलती रहेगी. यदि कोई कमी दिखती है, तो उसका निराकरण होगा. तकनीक से पारदर्शिता भी बढ़ेगी और ऑडिट कर पाना बहुत सरल हो जायेगा.
यदि किसान के स्थान के निकट भंडारण की सुविधा हो, तो इससे दोनों पक्षों का खर्च कम हो जायेगा. एक स्थान से दूसरे स्थान ढोने की लागत भी कम होगी. ये प्रयास ग्रामीण और कस्बाई इलाकों की अर्थव्यवस्था बेहतर करने में बड़ा योगदान दे सकते हैं तथा कृषि पर आधारित उद्यमों के लिए भी आधार तैयार होगा. यदि हम अनाज का समुचित संरक्षण कर सकें, तो यह हमारी अर्थव्यवस्था के लिए वरदान साबित होगा तथा आम लोगों को खाद्य मुद्रास्फीति से भी ठोस राहत मिलेगी.

 

 

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