राष्ट्रपति भवन में ‘एजिंग विद डिग्निटी’ पहल का हिस्सा बने विश्व प्रसिद्ध जादूगर सम्राट शंकर
श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा
विश्व प्रसिद्ध जादूगर सम्राट शंकर को समाज में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने 2 मई 2025 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया। यह कार्यक्रम वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण को बढ़ावा देने वाली ‘गरिमापूर्ण वृद्धावस्था’ (एजिंग विद डिग्निटी) पहल का हिस्सा था। दुनिया के शीर्ष तीन जादूगरों में गिने जाने वाले 75 वर्षीय सम्राट शंकर का असली नाम शिव कुमार मोदी है।
उन्हें लोकप्रिय रूप से दुनिया भर में जादूगर सम्राट शंकर के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 50 वर्षों से अधिक समय तक भारत और विदेशों में प्राचीन जादू कला को पुनर्जीवित करने और उसका प्रचार-प्रसार करने के लिए खुद को समर्पित किया है। वे प्रतिष्ठित ऑल इंडिया मैजिक प्रतियोगिता के दो बार विजेता रह चुके हैं। वर्ष 2016 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मेगा मैजिक शो में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्राट शंकर को सम्मानित किया गया।
कलात्मक उपलब्धियों से परे, जादूगर सम्राट शंकर एक अथक मानवतावादी भी रहे हैं। उन्होंने विश्वभर में 30,000 से अधिक जादू शो किए हैं, जिनमें से 20,000 शो चैरिटी के लिए किए, जिनसे बाढ़, भूकंप, चक्रवात जैसी आपदाओं के पीड़ितों, कारगिल युद्ध के शहीदों के परिवारों और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के पीड़ितों की सहायता के लिए महत्वपूर्ण धनराशि जुटाई गई।
उन्होंने सीधे तौर पर लगभग 2 करोड़ रुपये विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं में योगदान दिए हैं, जिनमें मुख्यमंत्री राहत कोष, बाढ़/भूकंप राहत कोष, विकलांगों का कल्याण, युद्ध वीरों, समाज के कमजोर वर्गों तथा रेड क्रॉस सोसाइटी शामिल हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान उनकी असाधारण सेवा को भी व्यापक रूप से सराहा गया, और कई संगठनों ने उनके निःस्वार्थ योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया है।
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