मकर संक्रांति का पर्व इस वर्ष 14 जनवरी को मनाई जायेगी।

मकर संक्रांति का पर्व इस वर्ष 14 जनवरी को मनाई जायेगी।

श्री नारद मीडिया, उत्तम कुमार, दारौंदा, सिवान, बिहार।

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सिवान जिला के सभी प्रखंडो सहित दारौंदा प्रखण्ड के सभी क्षेत्रों में मकर संक्रांति यानि खिचड़ी का पर्व 14 जनवरी 2025 मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई जायेगी।

बगौरा के आचार्य श्री जीतेन्द्रनाथ पाण्डेय ने कहा कि सूर्य एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करते है, तो इसे संक्रांति कहते है और जब सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते है,तो उसी दिन मकर संक्रांति मनाई जाती हैं।इसलिए इस बार 14 जनवरी मंगलवार को भगवान सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में दिन में 2:58 बजे से प्रवेश करेंगे। जिसका पुण्यकाल पंचांग के अनुसार 20 घटी यानि 8 घंटा पहले होता हैं। ऐसे में मकर संक्रांति का पर्व पूरा दिन मनाया जायेगा।

सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के उपलक्ष्य में संक्रांति तथा खिचड़ी का पर्व मनाया जाता है।

उन्होंने कहा कि इस दिन गंगा स्नान और दान -पुण्य का विशेष महत्व है। श्रद्धालु इस दिन नदी, तालाब या घर पर स्नान कर भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित कर सामर्थ्य के अनुसार दान-पुण्य करें।

इस दिन ऊनी वस्त्र,अन्न, द्रव्य, तील या तील के लड्डू, धार्मिक पुस्तकें विशेषकर पंचांग का दान करे तथा असहाय और ब्राह्मणों को भोजन कराना विशेष पुण्यफलकारक होता हैं।

मकर संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होते है, उत्तरायण देवताओं का दिन कहा गया हैं। इसके साथ ही खरमास समाप्त हो जाता है और शुभ कार्यों की शुरुआत होती हैं।

खिचड़ी पर्व के दिन तिल और गुड़ को शुद्धता और स्नेह का प्रतीक माना जाता है, जबकि खिचड़ी का सेवन सादगी और संतोष का संदेश देता हैं।

मकर संक्रांति के दिन दान-पुण्य करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती हैं तथा अरिष्ट ग्रहों का नाश होता हैं साथ ही घर में सुख-शांति की वृद्धि होती हैं।

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