गंगा दशहरा का पवित्र पर्व 5 जून गुरुवार को मनाया जाएगा।
श्री नारद मीडिया, दारौंदा, सिवान, (बिहार)।
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सिवान जिला सहित दारौंदा प्रखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में श्रद्धा व आस्था के साथ गंगा दशहरा का पावन पर्व इस वर्ष 5 जून 2025, गुरुवार को मनाया जाएगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार, यह पर्व ज्येष्ठ शुक्ल दशमी तिथि को मनाया जाता है, जो इस बार 4 जून की रात 1:41 बजे से 5 जून की रात 3:13 बजे तक रहेगी।
इस दिन हस्त नक्षत्र और सिद्धि योग का संयोग बन रहा है, जो इसे और भी शुभ बनाता है ।
श्री गंगा दशहरा के दिन का विशेष महत्व है क्योंकि इसी दिन मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से दस प्रकार के पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।इस दिन श्री गंगा की प्रार्थना करें और पूजा पश्चात् दीपक को गंगा में प्रवाहित करें। जो लोंग नदी तक नहीं पहुंच सकते, वे घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं ।
इस दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व है। जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, जल से जुड़ी वस्तुएं जैसे घड़ा या मटका, मौसमी फल, मिठाइयाँ, गुड़ और चांदी का दान करना पुण्यकारी माना जाता है। पितरों की आत्मा की शांति के लिए भी इस दिन दान करना शुभ होता है ।
गंगा दशहरा के अवसर पर हरिद्वार, वाराणसी, प्रयागराज, ऋषिकेश और पटना जैसे स्थानों पर श्रद्धालु गंगा स्नान और आरती में भाग लेते हैं। गंगा आरती, भजन-कीर्तन और धार्मिक अनुष्ठान इस पर्व के प्रमुख अंग होते हैं। यह पर्व आत्मशुद्धि, सेवा और सामाजिक समरसता का प्रतीक है ।
इस दिन भक्तगण गंगा चालीसा का पाठ, दीपदान और भोग अर्पण करते हैं। गंगा दशहरा न केवल धार्मिक आस्था का पर्व है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश भी देता है।