शिक्षकों के छुट्टी में कटौती का सरकार का फरमान मांसिक दिवालियापन का परिचायक … सांसद

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श्रीनारद मीडिया, एम सावर्ण,  भगवानपुर हाट ( सिवान ):

बिहार सरकार द्वारा शिक्षकों के छुट्टी पर अपनी तुगलकी फरमान जारी कर कटौती करने का आदेश सरकार के मांसिक दीवालियापन का परिचायक है ।
यह बात महराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने शुक्रवार को कहा । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिक्षकों की छुट्टी की कटौती कर अपनी हिटलरशाही का परिचय दिया है । उन्होंने कहा कि कभी शिक्षकों को पुलिस से लाठी से पिटवाना तो अब उनकी छुट्टी पर अपने शासन के हथियार चला कटौती करना ।

यह साबित कर दिया है कि सूबे के मुख्यमंत्री अब शासन चलाने के योग नही रह गए है । उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की चिंता नही है । अब वह जय प्रकाश नारायण एवं कर्पूरी ठाकुर के पद चिन्ह पर चलने के बजाय कांग्रेस
के पद चिन्ह पर चलना स्वीकार कर लिया है ।

सांसद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शिक्षकों के साथ खड़ी है । अगर जरूरत पड़ी तो शिक्षकों के हक के लिए लाठी क्या गोली खाने को वह तैयार हैं । उन्होंने कहा कि इस निर्णय को लेने के पहले सरकार को यह विवेचना करना चाहिए कि अब तक की कोई भी सरकार रक्षा बंधन , तीज , जिउतिया , दुर्गा पूजा , दीवाली एवं आस्था का महा पर्व छठ पूजा की छुट्टी में कटौती नही की है । उन्होंने कहा कि बिहार की लाखों शिक्षक भाई बहन के यहां एवं शिक्षिका बहन भाई के यहां राखी के दिन नहीं पहुँच पाए ।

तीज सुहागिन माताओ एवं बहनो का पर्व है । जिउतिया जैसा पर्व जिसमे माताएं 24 घण्टा निर्जला रह कर संतान के सुखद जीवन एवं दीर्घायु होने के लिए उपवास रहती है । इस स्थिति में वे विद्यालय कैसे जा सकती है । उन्होंने कहा कि सरकार के इस फरमान के विरुद्ध आंदोलन किया जाएगा ।

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