बीरेन सिंह का त्यागपत्र कोर्ट और जनता के दबाव का असर है-राहुल गांधी

बीरेन सिंह का त्यागपत्र कोर्ट और जनता के दबाव का असर है-राहुल गांधी

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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मणिपुर के मुख्यमंत्री पद से एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे को कांग्रेस ने विलंबित बताया और कहा कि राज्य के लोग अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे का इंतजार कर रहे हैं। दरअसल, विपक्षी पार्टी का यह हमला सिंह द्वारा इंफाल के राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंपने के तुरंत बाद आया है।
कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस सोमवार को मणिपुर विधानसभा में बीरेन सिंह और उनकी मंत्रिपरिषद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए पूरी तरह तैयार है। राहुल गांधी ने भी बीरेन सिंह के इस्तीफे पर निशाना साधा है।

बीरेन सिंह के इस्तीफे पर क्या बोले राहुल गांधी?

कांग्रेस के राहुल गांधी ने आज मणिपुर के भाजपा मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे पर तीखी टिप्पणी की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी ने एक पोस्ट किया और लिखा कि मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के इस्तीफे से पता चलता है कि जनता का बढ़ता दबाव, सुप्रीम कोर्ट की जांच और कांग्रेस द्वारा अविश्वास प्रस्ताव ने उन्हें जवाबदेह बना दिया है।

उन्होंने लिखा कि करीब दो साल तक भाजपा के सीएम बीरेन सिंह ने मणिपुर में विभाजन को बढ़ावा दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर में हिंसा, जानमाल की हानि और भारत के विचार के विनाश के बावजूद उन्हें पद पर बने रहने दिया। सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफे से पता चलता है कि जनता का बढ़ता दबाव, सुप्रीम कोर्ट की जांच और कांग्रेस द्वारा अविश्वास प्रस्ताव ने उन्हें जवाबदेह बना दिया है। लेकिन सबसे जरूरी प्राथमिकता राज्य में शांति बहाल करना और मणिपुर के लोगों के जख्मों पर मरहम लगाना है।
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी को तुरंत मणिपुर का दौरा करना चाहिए, लोगों की बात सुननी चाहिए और अंत में सामान्य स्थिति वापस लाने की अपनी योजना के बारे में बताना चाहिए।

अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में कांग्रेस

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि वातावरण को भांपते हुए मणिपुर के मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया है। यह एक ऐसी मांग थी जो कांग्रेस मई 2023 की शुरुआत से कर रही थी, जब मणिपुर में आंदोलन भड़क उठा था।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री का इस्तीफा देर से दिया गया। मणिपुर के लोग अब हमारे लगातार यात्रा करने वाले प्रधानमंत्री के दौरे का इंतजार कर रहे हैं, जो इस समय फ्रांस और अमेरिका की यात्रा पर हैं  और जिन्हें पिछले 20 महीनों में मणिपुर जाने के लिए न तो समय मिला है और न ही इच्छा।

दिल्ली से लौटते ही बीरेन सिंह ने दिया इस्तीफा

बता दें कि बीरेन सिंह आज दिल्ली गए थे, जहां पर उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की। दिल्ली से वापस लौटते ही उन्होंने राज्यपाल को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा कि मणिपुर के लोगों की सेवा करना अब तक सम्मान की बात रही है। मैं हर मणिपुरी के हितों की रक्षा के लिए समय पर की गई कार्रवाई, हस्तक्षेप, विकास कार्यों और विभिन्न परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए केंद्र सरकार का बहुत आभारी हूं।
इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि स्वतंत्र आवागमन व्यवस्था की कठोर और पूर्णतया सुरक्षित संशोधित प्रणाली को जारी रखा जाए, जिसमें बायोमेट्रिक प्रणाली को सख्ती से समयबद्ध तरीके से लागू किया जाए तथा सीमा पर त्वरित निगरानी की जाए, जो कि अभी चल रही है।

शनिवार को विधायकों के साथ हुई थी बैठक

शनिवार को बीरेन सिंह ने सचिवालय में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के साथ बैठक की। यह बैठक विपक्षी कांग्रेस द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग के मद्देनजर आयोजित की गई थी। मई 2023 में राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से 250 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।

 

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