अमनौर बैष्णव देवी गुफा मंदिर में द्वादस दिव्‍य शिव लिंग की हुई प्राण प्रतिष्ठा

अमनौर बैष्णव देवी गुफा मंदिर में द्वादस दिव्‍य शिव लिंग की हुई प्राण प्रतिष्ठा

श्रद्धालुओं  ने माता के पिंडी  के साथ द्वादश शिव लिंग का कर रहे है दर्शन

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श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):

सारण जिला के अमनौर धाम से प्रशिद्ध माता बैष्णव देवी गुफा मंदिर के प्रांगण में द्वादस दिव्‍य शिव लिंग का एक साथ  स्थापना हुई। श्रद्धालु भक्त माता बैष्णव देवी के पिंडी दर्शन के साथ मन्दिर परिसर में सोमनाथ मल्लिकार्जुन महाकालेश्वर ओंकारेश्वर केदारनाथ भीमशंकर विश्वेश्वर त्रयंबकेश्वर वैधनाथ नागेश्वर रामेश्वर घुश्मेश्वर नाथ का एक साथ दर्शन कर आत्म बिभोर हो रहे है।

आचार्य उमानाथ मिश्रा सनंदन तिवारी अतुल तिवारी दुर्गा तिवारी दीपक तिवारी प्रभाकर पाण्डेय ने शुद्ध मंत्रोउच्चरन से शिवलिंग का प्राण प्रतिष्ठान कराया।सोमवार को अमला एकारसी के दिन यज्ञ मण्डपस्त सभी आवाहित देवताओं का पूजन और आरती की गई।संध्या पहर यज्ञ जजमान पैक्स अध्यक्ष बिजय कुमार बिद्यार्थी इनकी पत्नी पूर्व मुखिया अमृता देवी सिमा देवी प्रदीप कुमार ने द्वादस ज्योति लिंग को गाय के दूध और गन्ना के रस से अभिषेख किया तथा विभिन्न पुष्पों से अद्भुत श्रृंगार किया ।

 

आचार्यो ने बताया कि इस यज्ञ से समस्त चराचर का कल्याण होगा।द्वादस ज्योतिर्लिंग का एक साथ पूजन दर्शन करने से मनुष्य की सभी कामनाओं तुरन्त प्राप्त हो जाती है।अलग अलग पदार्थो से बने हुए शिव लिंग का पूजन करने से अलग अलग फल प्राप्त होने की बात कही।उन्होंने कहा असाध्य रोगों को शांत करने के लिए कुशोदक से रुद्राभिषेक किया जाता है।लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से तीर्थ के जल से मोक्ष की प्राप्ति होती है वही सभी प्रकार के रुद्राभिषेक से विद्वान संतान प्राप होते है।

श्रृंगार को देखने यज्ञ मंडप में पूजा करने के लिए श्रद्धालु भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही है।महिलाये सुबह से परिकर्मा कर पूजा अर्चना कर रही है।अयोध्या से आई नारायणी तिवारी द्वारा प्रत्येक दिन राम कथा की प्रस्तुति कर रही है।परिसर में मेला का भब्य आयोजन है।बिभिन्न प्रकार के खेल तमसा श्रृंगार की दुकानों से सजी हुई है।

 

 

पूजा अर्चना मंत्रोउच्चरन से चारो तरफ बसंत के मौसम में भक्ति की बयार बह रही है।इस मौके पर संस्थापक मेघनाथ शिक्षक देव कुमार सिंह ने बताया कि यहां प्रत्येक दिन श्रद्धालु भक्तों के द्वारा भंडारा चलाया जा रहा है।

 

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