पाक ने सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमले कर संघर्ष विराम तोड़ा

पाक ने सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमले कर संघर्ष विराम तोड़ा

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के आधिकारिक एलान के तीन घंटे बाद ही जम्‍मू-कश्‍मीर और पंजाब के कई क्षेत्रों में ड्रोन उड़ते नजर आए। धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। पाकिस्‍तान की ओर से सीजफायर तोड़ने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ा रुख अपनाया। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने भारतीय सेना को पाकिस्‍तान की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सख्‍त कदम उठाने की आदेश दिए।
भारत और पाकिस्‍तान के सीजफायर होने के अगले दिन यानी रविवार को भारत की तीनों सेनाओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें डायरेक्‍टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी मीडिया को दी। सेना की संयुक्‍त प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की बड़ी बातें, यहां पढ़ें…

तीन प्रमुख समेत 100 आतंकियों का किया खात्‍मा

संयुक्‍त प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया,  आप सभी को पता है कि पहलगाम आतंकी अटैक में किस क्रूरता से 26 लोगों की हत्‍या की गई थी। ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों और आतंकवाद के साजिशकर्ताओं का मारने और आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए किया गया था।

ऑपरेशन सिंदूर में हमने सीमा पार आतंकी ठिकानों को पहचाना। ये एक बड़ी मुश्किल थी, क्‍योंकि हमारे एक्‍शन का डर से कई ठिकाने पहले ही खाली करवा दिए गए थे। इसके बावजूद हमने तीन बड़े आतंकवादी मुदस्‍सर खास, हाफिज जमील और युसुफ अजहर समेत 100 से ज्‍यादा आतंकियों को मारा। ये आतंकी पुलवामा अटैक और IC 814 हाइजैक  में शामिल थे।
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने स्‍पष्‍ट किया कि हमने पहलगाम आतंकी हमले को बाद ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ और सिर्फ आतंकवादियों को ठिकानों को ही तबाह किया है। एजेंसियों के जरिए आतंकी ठिकानों की पहचान की। इनमें मुरीदके लश्‍कर का मुख्‍यालय भी शामिल था। ताज हमले के मुख्‍य आरोपी अजमल कसाब और डेविड हेडली यहीं ट्रेनिंग ली थी। हमने पाकिस्तानी सेना, नागरिक अथवा किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाकर हमला नहीं किया।

पाकिस्‍तान में नौ आतंकी कैंप तबाह किए

एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद उन्‍होंने हमारे पास कोई और रास्‍ता नहीं छोड़ा था। इसके बाद बहुत सोच-समझकर टारगेट का चयन किया था। नौ में से छह टारगेट पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और तीन पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे। आतंकी कैंप हमने एयर टू सरफेस तरीके इनको टारगेट किया ताकि कोलैटरल डैमेज को कम किया जा सके।

पाकिस्‍तान ने किया ड्रोन और UAV से हमला

एयर मार्शल भारती ने बताया कि 7 मई की रात सीमा पार से यूीएवी और ड्रोन से जम्‍मू-कश्‍मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्‍थान के कई शहरों पर हमले किए किए। ड्रोन और UAV की लहर सी आई। एयर डिफेंस सिस्‍टम से हमारे ट्रेंड क्रू ने सबको हवा में खत्‍म कर दिया। सिर्फ तीन लैंड कर पाए। हालांकि, इसमें हमें नुकसान नहीं हुआ।
एयर मार्शल भारती के मुताबिक, उसी रात हमने जवाबी कार्रवाई में उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें यह मैसेज देना चाहते थे कि उनके सैन्‍य ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे।

पाकिस्‍तान एयरबेस और एयर कमांड सिस्‍टम तबाह किया

एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि  8 और 9 मई की शाम से ही भारत के कई सीमावर्ती शहरों पर ड्रोन और मानवरहित हवाई विमान से बड़े पैमाने पर हमला हुआ। ये हमले श्रीनगर से शुरू होकर नलिया तक हुए। जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी और फलौदी को निशाना बनाया।
पाकिस्तान की ओर से एयरबेस, चेक पोस्‍ट, एयरपोर्ट और यूनिवर्सिटी समेत कई सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया गया। हम तैयार थे। हमारी हवाई रक्षा तैयारियों से सुनिश्चित हुआ किया कि जमीन पर दुश्‍मन द्वारा टारगेट किए गए किसी भी ठिकाने को नुकसान न पहुंचे। उनके लगातार हमलों से हमारी जमीन पर कोई नुकसान नहीं हुआ। 

एयर मार्शल भारती कहा कि फिर हमने जवाबी कार्रवाई में वहां अटैक किया, जहां दुश्मन को सबसे ज्यादा दर्द हो। हमने उनके एयरबेस कमांड सिस्टम और मिलिट्री एयरबेस को टारगेट किया। चकलाला, रफीकी और रहरयार खान में अटैक किया। हमने उनको साफ-साफ बता दिया कि आक्रामकता को न माफ किया जाएगा न बर्दाशत। हमारे पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को तबाह करने की  क्षमता है। हम चाहते हैं कि हमारे दुश्‍मन आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश ना करें।

सीजफायर तोड़ना पड़ेगा भारी

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव और संघर्ष को मद्देनजर रखते हुए 10 मई को तत्काल प्रभाव से सीजफायर का एलान किया गया। हालांकि, इसके बाद भी पड़ोसी मुल्क ने इसका घोर उल्लंघन किया। इस मामले को लेकर रविवार 11 मई को भारतीय सेना के अधिकारियों की तरफ से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें सीजफायर उल्लंघन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई को लेकर सेना ने स्पष्टीकरण दिया है।
  • 100 से अधिक आतंकियों को उतारा मौत के घाट।
  • पाकिस्तानी सेना के 30-40 जवानों को भी मार गिराया।
  • सिर्फ आतंकी ठिकानों को बनाया था निशाना।
  • पाकिस्तान के कई एयरबेस को किया तबाह।
  • 3 बड़े आतंकी मुदस्‍सर खास, हाफिज जमील और युसुफ अजहर को भी हमने मारा।
  • लाहौर में राडर सिस्टम को भी किया खत्म।
  • सीजफायर उल्लंघन के खिलाफ होगी तगड़ी कार्रवाई।

10 मई को लागू हुआ सीजफायर

बता दें कि बीते रोज विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बताया था कि 10 मई को  शाम 5 बजे से भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर लागू होगा। हालांकि, इसके चंद घंटों के बाद ही पाकिस्तान की ओर से सीमावर्ती इलाकों में सीजफायर को तोड़े जाने की सूचना सामने आई थी। फिर इसके कुछ घंटे बाद लाइन ऑफ कंट्रोल पर स्थिति सामान्य हो गई थी।

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