महावीरी विजयहाता में भव्यता से ‘सप्तशक्ति संवर्धिनी कार्यशाला’ कार्यक्रम संपन्न
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
विद्या भारती विद्यालय, महावीरी सरस्वती विद्या मंदिर, विजयहाता, सीवान में आज नारी जागरण के उद्देश्य से आयोजित कार्यक्रम, ‘सप्तशक्ति संवर्धिनी कार्यशाला – 2025′ का आयोजन अत्यंत भव्यता से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। विभाग के विभिन्न विद्यालयों के अलावा नगर से पधारी चार सौ से अधिक अभिभाविकाओं एवं अन्य महिलाओं के अलावा नगर भर में चल रहे महावीरी विद्यालयों की महिला आचार्यों ने इस मातृशक्ति संगम में पूरे उत्साह से भाग लिया।
उक्त कार्यशाला की क्षेत्रीय संयोजिका, सप्तशक्ति संगम’, उत्तर – पूर्व क्षेत्र (बिहार एवं झारखंड)डॉ पूजा जी, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा की जन्तु विज्ञान विभागाध्यक्ष, महावीरी बालिका की सचिव एवं लोक शिक्षा समिति की उपाध्यक्ष डॉ रीता कुमारी, विद्या भवन महिला महाविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग की एसोशिएट प्रोफेसर डॉ रीता शर्मा, ‘सप्तशक्ति संगम’ की सीवान विभाग की संयोजिका एवं महावीरी बरहन गोपाल की समिति सदस्या श्रीमती आशा रंजन ने संयुक्त रूप से किया।
वंदना के उपरांत महावीरी विजयहाता की हिंदी विभाग की आचार्या एवं इस कार्यक्रम की विद्यालय संयोजिका श्रीमती सन्नी पांडेय द्वारा मंचासीन अतिथियों का परिचय एवं स्वागत कराया गया। महावीरी सरस्वती बालिका विद्या मंदिर विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती सिम्मी कुमारी ने ऐसे ‘सप्तशक्ति संगम’ की आवश्यकता एवं उपादेयता पर सविस्तार प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज की सामाजिक चुनौतियों, बच्चों की बढ़ती उम्र की समस्याओं तथा संस्कार संवर्धन के लिए विद्या भारती विद्यालयों में नारी शक्ति जागरण हेतु यह अभियान क्रमशः चलाया जा रहा है, जिससे नारी सशक्तीकरण एवं स्वाभिमान को बल मिल सके।
मुख्य अतिथि, डॉ पूजा ने ‘श्रीमद्भगवद्गीता’ में भगवान श्रीकृष्ण की उक्ति को उद्धृत करते हुए हर नारी में उपस्थित – श्री, वाक्, कृति, स्मृति, मेधा, धृति एवं क्षमा – इन सप्तशक्तियों को जागृत कर स्वयं, परिवार, समाज एवं देश को सशक्त बनाने के लिए उपस्थित मातृशक्ति का आह्वान किया। उन्होंने आग्रह किया कि तुलसी पूजन, पौधारोपण, पर्यावरण संरक्षण, साफ-सफाई जैसे कार्यों में परिवार के बच्चों को जोड़ना चाहिए तथा मोबाइल फोन के दुरुपयोग से हर हाल में उन्हें बचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम नारियों को आज सबसे ज्यादा जागरूक एवं सतर्क रहने की आवश्यकता है। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ रीता शर्मा ने भी नारी सशक्तीकरण और उपलब्धियों पर अपने विचार रखे। इस कार्यक्रम में श्रोताओं के लिए इतिहास में अमर नारियों, यथा महारानी लक्ष्मीबाई, भगिनी निवेदिता, सावित्री बाई फुले आदि को पहचानने की प्रतियोगिता एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी रखी गई थी, जिसे तैयार करने में महावीरी विजयहाता की आचार्या सुश्री अंकिता का विशेष योगदान रहा।
डॉ पूजा के निर्देशन में आचार्या श्रीमती माधवी लता द्वारा उपस्थित मातृशक्ति को आत्मजागरण का संकल्प भी दिलाया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन आचार्या श्रीमती प्रीति कुमारी कर रही थीं। अंत में कार्यशाला की विभाग संयोजिका श्रीमती आशा रंजन ने आगत अतिथियों एवं उपस्थित मातृशक्ति के प्रति आभार ज्ञापित किया। शांति मंत्र द्वारा कार्यक्रम संपन्न किया गया। मीडिया प्रभारी अखिलेश श्रीवास्तव तथा आचार्य प्रवीण चन्द्र मिश्र ने बताया कि प्राचार्य डॉ कुमार विजय रंजन के निर्देशन में इस संपूर्ण कार्यक्रम के व्यवस्था-प्रमुख एवं विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ आशुतोष कुमार की इसकी सफलता में अहम भूमिका रही।
इस अवसर पर सीवान विभाग के निरीक्षक अनिल कुमार राम, विद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव प्रो शम्भू गुप्ता, सहसचिव ओमप्रकाश सिंह तथा सीवान विभाग के सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में महावीरी विजयहाता के समस्त पुरुष आचार्यों के अलावा विद्यालय की अन्य महिला आचार्या श्रीमती ज्योति कुमारी, श्रीमती आशा कुमारी, श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव की मुख्य और सक्रिय भूमिका रही। विद्यालय की कुछ बहनों तथा समस्त कर्मचारियों ने भी कार्यक्रम की अपार सफलता में प्रभावी सहयोग किया
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