पाक आतंकवाद का एक नया चेहरा अब सामने आया है,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
22 अप्रैल को हुआ पहलगाम हमला
इससे पहले रविवार को अटारी सीमा पर एक प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने कहा कि रविवार को अल्पकालिक वीजा धारकों के लिए समय सीमा समाप्त होने के बाद पिछले तीन दिनों में कुल 537 पाकिस्तानी नागरिक अटारी सीमा के माध्यम से भारत छोड़ चुके हैं।
850 भारतीय नागरिक लौटे भारत
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन मैदान में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद से इस क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक था, जिसमें 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों की जान चली गई थी।
NIA की टीम ने तेज की तलाश
घटना के बाद, 23 अप्रैल से पहलगाम आतंकी हमला स्थल पर तैनात राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमों ने सबूतों की तलाश तेज कर दी है। आतंकवाद विरोधी एजेंसी के एक आईजी, डीआईजी और एसपी के नेतृत्व में टीमें 22 अप्रैल के हमले को देखने वाले चश्मदीदों से पूछताछ कर रही हैं। इसके अलावा, भारतीय सेना हाई अलर्ट पर है और पहलगाम में हमले के बाद आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए कई तलाशी अभियान चला रही है।
झारखंड में कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने देश में बन रहे हिंदू-मुसलमान के बीच खाई का विरोध किया है और ऐसी प्रतिक्रियाओं से बचने का आग्रह किया है। उन्होंने एक-दो मुसलमानों के पाकिस्तान समर्थक बयानों पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि एक-दो पागल को उदाहरण मानकर आप किसी कौम के खिलाफ धारणा नहीं बना सकते। उन्होंने कहा कि देश की अखंडता पर चोट करने के लिए पाकिस्तान ऐसी बातों को फैलाना चाहता है।
सांसद निशिकांत दुबे पर उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में ही सांसद अपनी शादी की 25वीं सालगिरह कश्मीर में मनाकर आए हैं। उन्हें उस वक्त कलमा वाली बात याद नहीं थी। अब राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं। पूरी भाजपा इस मुद्दे पर हिंदू-मुसलमान करने को उतावले हैं। इससे पाकिस्तान के मुद्दे को बल मिलता है।प्रदीप यादव ने दावा किया कि केंद्र सरकार अपनी असफलता को छिपाने के लिए हिंदु-मुसलमान जैसी भावनाओं को बढ़ावा दे रही है। कश्मीर मुद्दे को भाजपा राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए इस्तेमाल कर रही है। केंद्र को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
इस दौरान उन्हाेंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की शहादत को भी याद किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया कि कल तक आप ऐसी घटनाओं के लिए मनमोहन सिंह को दोषी ठहराते थे। अब उन्हें खुले दिल से बातों को स्वीकार करना चाहिए। राजनीति की जगह नहीं है।