बाल्टीमोर दुर्घटना पर अमेरिकी कॉमिक्स ने बनाया नस्ली कार्टून

बाल्टीमोर दुर्घटना पर अमेरिकी कॉमिक्स ने बनाया नस्ली कार्टून

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बाल्टीमोर में ‘फ्रांसिस स्कॉट की पुल’ से टकराने वाले मालवाहक जहाज ‘डाली’ के 22 सदस्यीय चालक दल की त्वरित कार्रवाई की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी तारीफ की थी, लेकिन फॉक्सफोर्ड कॉमिक्स ने शर्मनाक हरकत करते हुए बाल्टीमोर दुर्घटना को लेकर ‘नस्लवादी’ कार्टून बनाकर जहाज के भारतीय चालक दल को निशाना साधा है। इस कार्टून को एक्स पर साझा किया गया है। भारतीयों ने इस कार्टून लेकर गहरी नाराजगी जताई है।

बाल्टीमोर में मंगलवार तड़के सिंगापुर के ध्वज वाले मालवाहक जहाज ‘डाली’ के टकराने से पटाप्सको नदी पर बना 2.6 किलोमीटर लंबे फ्रांसिस स्कॉट पुल कुछ ही सेकंड में गिर गया था। इस हादसे में छह लोगों की मौत हुई है। जहाज के चालक दल में से अधिकांश भारतीय थे। चालक दल के सदस्यों ने हादसे से पहले मैरीलैंड परिवहन विभाग को जहाज से नियंत्रण खोने की सूचना दे दी थी।

सूचना के महज 90 सेकेंड बाद ही पुलिस अधिकारियों ने पुल पर आवाजाही को रोक दिया। इससे कई लोगों की जान बचाई गई। लेकिन चालक दल के भारतीय सदस्यों की सराहना के बजाय अमेरिकी वेबकॉमिक ने इस दुर्घटना को दर्शाने वाला एक नस्लवादी कार्टून साझा किया। एनिमेटेड वीडियो में जहाज के चालक दल पर निशाना साधते हुए केवल लंगोटी पहने हुए लोगों को आसन्न दुर्घटना की तैयारी करते हुए दिखाया गया है।

फॉक्सफोर्ड कॉमिक्स ने वीडियो साझा करते हुए एक्स पर पोस्ट किया, डाली के अंदर से अंतिम ज्ञात रिकॉर्डिंग। कार्टून में अपमानजनक ऑडियो भी है। यह कार्टून प्रसारित हो गया है। इसमें न केवल भारतीयों का नस्लवादी चित्रण किया गया है, बल्कि जहाज के चालक दल की क्षमता को कम करके दिखाया गया है। भारतीय अर्थशास्त्री संजीव सान्याल ने कार्टून शेयर करते हुए लिखा कि दुर्घटना के समय जहाज को संभवत: स्थानीय पायलट चला रहा था।

चालक दल ने अधिकारियों को हादसे को लेकर चेतावनी दी थी, यही कारण है कि हताहतों की संख्या अपेक्षाकृत कम थी। मेयर ने भी भारतीय चालक दल को नायक बताते हुए उनकी तारीफ की। एक अन्य एक्स यूजर ने कहा, यह शर्मनाक है कि लोग इस दुखद घटना के लिए भारतीय दल का मजाक उड़ा रहे हैं। जबकि गर्वनर ने चालक दल की प्रशंसा की है।

सिंगापुर का ‘डाली’ नाम का कार्गो शिप बाल्टीमोर पोर्ट से श्रीलंका के कोलंबो जा रहा था. तभी रास्ते में जहाज की बिजली चली गई और वो फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज के एक खंभे से टकरा गया. हादसे के बाद पुल का एक बड़ा हिस्सा पताप्स्को नदी में ढह गया.

मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूरे ने न्यूज एजेंसी को बताया कि जैसे ही जहाज को पुल की ओर बढ़ते देखा, वैसे ही इस पर ट्रैफिक को रोक दिया गया, जिससे कई जिंदगियां बच गईं.

हालांकि, हादसे के बाद छह लोग अब भी लापता हैं और उनके जिंदा बचने की कोई उम्मीद नहीं है. ये सभी कंस्ट्रक्शन वर्कर थे, जो पुल की मरम्मत का काम कर रहे थे. कोस्ट गार्ड के रियर एडमिरल शेनन गिलरिथ ने बताया कि ठंडे पानी और हादसे को इतना लंबा वक्त बीत जाने के बाद लापता वर्कर्स के जिंदा मिलने की उम्मीद नहीं है. इस हादसे के बाद बाल्टीमोर पोर्ट को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. जानकार मानते हैं कि ऐसा होना अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा खतरा है. वो इसलिए क्योंकि ये अमेरिका का 11वां सबसे बड़ा बंदरगाह है. इतना ही नहीं, ऑटो इंडस्ट्री से जुड़ा ज्यादातर एक्सपोर्ट भी इसी पोर्ट से होता है.

मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूरे के मुताबिक, पिछले साल बाल्टीमोर पोर्ट से 80 अरब डॉलर का कारोबार हुआ था. लगभग 5.2 करोड़ टन कार्गो इस पोर्ट पर आया था.

सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑटो और छोटे ट्रक के इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट का बड़ा पोर्ट है. पिछले साल लगभग साढ़े आठ लाख कारें और छोटे ट्रक इसी पोर्ट के जरिए इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट हुए थे. साल 2023 में 55.2 अरब डॉलर की कारें और छोटे ट्रक बाल्टीमोर पोर्ट से इम्पोर्ट हुए थे. जबकि, 4.8 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट हुआ था.

फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज का ढहना इसलिए भी बुरा माना जा रहा है, क्योंकि इसका असर कई महीनों तक हो सकता है. इससे कार्गो और ट्रैफिक बाधित होंगे. ये ब्रिज पताप्स्को नदी पर है, जो चेसापीक खाड़ी और अटलांटिक महासागर तक पहुंचने वाली बड़ी कार्गो शिप का अहम रास्ता है.

गवर्नर वेस मूरे के मुताबिक, बोल्टीमोर पोर्ट पर 15,300 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं. इनके अलावा लगभग डेढ़ लाख लोग ऐसे हैं जो अप्रत्यक्ष रूप से पोर्ट से जुड़े हुए हैं. पुल टूटने के बाद पोर्ट बंद होने से इनके रोजगार पर भी नया संकट खड़ा हो गया है.

बीएमडब्ल्यू और फॉक्सवैगन जैसी ऑटो कंपनियों पर इसका सबसे पहले असर पड़ने की संभावना है. अगर पोर्ट लंबे वक्त तक बंद रहता है तो इससे अमेरिकी कंपनियों की गाड़ियों की शॉर्टेज हो सकती है. लोगों को अपनी पसंदीदा कार खरीदने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है.

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