असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाकर हवा निकाल दी है
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पाकिस्तान ने अपने नए हमले का नाम ‘बुनियान-अल-मरसूस’ रखा
ओवैसी ने आगे कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम हितों का समर्थन करने का दावा करता है, लेकिन वह अफगान, ईरानी और बलूच जैसे अन्य मुस्लिम समुदायों के प्रति हिंसक रहा है।
भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलाना पाकिस्तान की कोशिश: ओवैसी
ऑपरेशन सिंदूर के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भारत सरकार से पाकिस्तान के आतंकवादी बुनियादी ढांचे को पूरी तरह से नष्ट करने का आग्रह किया, और सीमा पार आतंकवाद के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तानी डीप स्टेट, आईएसआई और सेना को जिम्मेदार ठहराया ।
ओवैसी ने पाकिस्तान को उनके हालिया ऑपरेशन बुनयान अल मरसूस को लेकर कड़ा जवाब दिया है. ओवैसी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक वीडियो साझा करते हुए पाकिस्तान पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि वह कुरान की आयत का गलत मतलब निकालकर अपने सैन्य अभियान को धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान का यह दावा न सिर्फ भ्रामक है, बल्कि कुरान के मूल संदेश के साथ धोखा भी है.
क्या है ऑपरेशन बुनयान अल मरसूस?
पाकिस्तान ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में आधिकारिक तौर पर ऑपरेशन बुनयान अल मरसूस की घोषणा की थी. रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक, इस ऑपरेशन के तहत शनिवार तड़के पाकिस्तान ने भारत के कई रिहायशी और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए फतेह-1 मिसाइलें और ड्रोन हमले किए. पाकिस्तानी सेना का दावा था कि यह ऑपरेशन ‘शीशे की तरह मजबूत दीवार’ की तरह देश की रक्षा को दर्शाता है. लेकिन भारत की तरफ से इस हमले का न सिर्फ सख्त जवाब दिया गया, बल्कि पाकिस्तान के कई हमले विफल भी कर दिए गए.
ओवैसी के इस बयान को फर्जी नैरेटिव और धार्मिक भावनाओं के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता फैलाने के संदर्भ में भी देखा जा रहा है. उन्होंने यह भी इशारा किया कि पाकिस्तान की ओर से चलाया जा रहा यह ऑपरेशन केवल एक सैन्य नहीं बल्कि मनोवैज्ञानिक और प्रचार युद्ध है, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहानुभूति बटोरना और भारत को बदनाम करना है.
ब जो लोग पाकिस्तान में बैठकर बकवास कर रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि भारत से आपका वक्त आधा घंटा पीछे है। लेकिन आधा घंटा नहीं, आधा सदी भारत से पीछे है। तुम्हारे मुल्क का बजट हमारी मिल्ट्री के बजट के बराबर भी नहीं है। पाकिस्तान एक दहशतगर्द मुल्क है और ISIS की तरह काम करता है। ये बातें महाराष्ट्र के परभणी में वक्फ बिल को लेकर लोगों को संबोधित करने के दौरान IMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहीं।
दरअसल, बीते 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बड़े नरसंहार को अंजाम दिया। बहशी आतंकियों ने सैलानियों का धर्म पूछकर गोलियां बरसाई। इस दौरान 26 पर्यटकों की मौत हो गई, वहीं 15 से अधिक लोग घायल हो गए। आतंकी हमले के बाद देश में उबाल है। भारत सरकार ने पाकिस्तान पर जबरदस्त पलटवार करते हुए सिंध जल संधि के साथ ही डिजिटल स्ट्राइक कर मुल्ला मुनीर एंड बिग्रेड की कमर तोड दी है। इनसब के बीच पूरा विपक्ष एक स्वर में पाकिस्तान के खिलाफ आवाज बुलंद किए है।
IMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को एटमबम से लेकर अंकगणित का ज्ञान कराते हुए जमकर खरी-खोटी सुनाई। ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान ISIS की तरह काम किया है। ओवैसी ने दावा किया कि पाकिस्तान भारत से आधी सदी पीछे है। उनके देश का बजट हमारे सैन्य बजट के बराबर भी नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इतनी कमजोर है कि उनका कुल बजट भी भारत के सैन्य बजट के बराबर नहीं है।
ओवैसी ने पाकिस्तानी नेताओं की परमाणु हमले की धमकियों को खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान हमेशा परमाणु शक्ति होने की बात करता है। उन्हें याद रखना चाहिए कि अगर वे किसी देश में घुसकर निर्दोष लोगों को मारते हैं, तो वह देश चुप नहीं बैठेगा। चाहे वहां कोई भी सरकार हो। ओवैसी ने आगे कहा कि हमारी ज़मीन पर हमारे लोगों को मारकर और धर्म के आधार पर उन्हें निशाना बनाकर आप किस ’दीन’ (धर्म) की बात कर रहे हैं।
औवैसी ने कहा कि इस तरह से आकर हमारे भारत की सरजमीन पर हमला करना और मजहब पूछ कर किसी को गोली मारना। तुम कौन से दीन की बात करते हो, तुम तो खवालिद से भी बदतर हो। ओवैसी ने कहा कि वो एक कश्मीरी ही था, जिसने आतंकवादियों से लड़ते हुए अपनी जान दे दी। वो एक कश्मीरी ही था, जिसने एक घायल बच्चे को अपनी पीठ पर लादकर उसकी जान बचाने के लिए 40 मिनट तक पैदल चला।
इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर शुक्रवार की नमाज पढ़ी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक तस्वीर पोस्ट करते हुए मुस्लिमों से अपील भी की थी। ओवैसी ने एक्स पर लिखा था कि ‘कृपया जुमा की नमाज के दिन पहलगाम में निर्दोष भारतीयों के खिलाफ लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी कृत्य का विरोध करने के लिए अपनी बाहों पर काली पट्टी बांधें। इसके बाद ओवैसी ने हैदराबाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि ये कमीने-कुत्ते निर्दोष लोगों को उनका नाम पूछकर, मजहब पूछकर मार रहे थे। उन्होंने पहलगाम हमले को मानवता पर हमला बताया और कहा कि आतंकियों ने जानवर से भी बदतर व्यवहार किया।
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