आयुष्मान भारत योजना दिवस 30 अप्रैल को देशभर में मनाया जाता है।
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के नागरिकों के लिए केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड योजना की शुरूआत की गई थी। इस योजना के तहत सरकार की तरफ से लाभार्थियों को 5 लाख कर निशुल्क स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है। जानकारी के मुताबिक अब तक करीब 30 करोड़ से अधिक नागरिकों को आयुष्मान कार्ड जारी किया जा चुका है। 30 अप्रैल को इस योजना की शुरूआत की गई थी। जिस कारण हर साल इस दिन यानी की 30 अप्रैल को देशभर में आयुष्मान भारत योजना मनाया जाता है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने 21 मार्च 2018 को आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन शुरू करने की मंजूरी दी थी। जिसके बाद 30 अप्रैल 2018 को इस योजना की शुरूआत की गई। पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में इस योजना का शुभारंभ किया गया था। जिसके जरिए 10 करोड़ से अधिक परिवारों के 50 करोड़ लोगों का मुफ्त में इलाज करने की सुविधा देने का दावा किया गया।
इस योजना का तहत आने वाले हर परिवार को पांच लाख कर मुफ्त स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है। इस योजना को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए बीमा कवर में शामिल किया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना आयुष्मान भारत योजना में बदल गया है। इसके तहत केंद्र सरकार 10 करोड़ गरीब और कमजोर परिवारों के लगभग 50 करोड़ सदस्यों का स्वास्थ्य बीमा कवर कर रही है। इस योजना का लाभ आप देश के किसी भी सरकारी या सूचीबद्ध निजी अस्पताल से ले सकते हैं।
यह योजना कल्याण केंद्र योजना से जुड़ी है। इसके तहत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र में दी जाने वाली सेवाओं को शामिल किया गया है।
बाल स्वास्थ्य संक्रामक रोग
नवजात और शिशु स्वास्थ्य सेवाएं
गर्भावस्था देखभाल और स्वास्थ्य सेवाएं
मानसिक बीमारी के लिए आपातकालीन चिकित्सा आदि
योजना का लाभ
हर परविरा को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए तक का निशुल्क उपचार
इस योजना से संबद्ध देश के किसी भी सरकारी या चिन्हित निजी अस्पताल में मुफ्त इलाज
अस्पताल में भर्ती होने से 7 दिन पहले तक की जाचें और एडमिट होने के दौरान इलाज, भोजन और डिस्चार्च होने के 10 दिन बाद तक चेकअप और निशुल्क दवाएं।
गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकुनगुनिया, कोरोना, कैंसर, मलेरिया डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, मोतियाबिंद और अन्य गंभीर बीमारियों का निशुल्क उपचार।
आयुष्मान योजना के तहत पांच साल में जयारोग्य अस्पताल में एक लाख 14 हजार 301 मरीज मुफ्त उपचार सुविधा का लाभ ले चुके हैं। इसके इलाज में एक अरब 28 करोड़ 34 लाख आठ हजार 327 की धनराशि खर्च हो चुकी है। इतना ही नहीं जिले में आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिलने का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। जिले भर में अभी तक आठ लाख 53 हजार नौ आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं।
दो लाख से अधिक लाभार्थी ले चुके हैं लाभ
दो लाख से अधिक लाभार्थी योजना के तहत मुफ्त उपचार सुविधा का लाभ ले चुके हैं। अकेले जयारोग्य अस्पताल में एक लाख से ज्यादा मरीज उपचार करा चुके हैं। इसके साथ ही निजी व अन्य सरकारी अस्पताल में भी एक लाख से ज्यादा मरीजों ने मुफ्त चिकित्सा सुविधा का लाभ लिया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार आयुष्मान मरीजों के इलाज के लिए 227 करोड़ 54 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। इनमें से मरीजों के उपचार पर 174 करोड़ 59 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इसके साथ ही मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
गरीबों के लिए संजीवनी
आयुष्मान योजना गरीबों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। कई लोग आर्थिक बोझ के कारण बीमारी का उपचार नहीं करा पाते थे और अस्वस्थता के बावजूद जीवन को जोखिम में डालने को विवश थे वह आयुष्मान योजना शुरू होने के बाद इलाज करा पा रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को के लिए यह बड़ा सहारा बनी है। आयुष्मान भारत योजना को 23 सितंबर 2018 को लागू किया गया था। तब से यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का सहारा बनी हुई है। आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल कार्ड धारक) को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराना है। इस स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक का कैश रहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है। इस वर्ष 30 अप्रैल को आयुष्मान भारत दिवस है।