BPSC:शिक्षक अभ्यर्थियों को चक्रवात तूफान मिचौंग व ट्रेन लेट होने पर राहत,कैसे?

BPSC:शिक्षक अभ्यर्थियों को चक्रवात तूफान मिचौंग व ट्रेन लेट होने पर राहत,कैसे?

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BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों पर जैमर एक्टिव

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

चक्रवाती तूफान मिचौंग और ट्रेन लेट होने की वजह से BPSC ने परीक्षा के समय में बदलाव किया है. बीपीएससी की ओर से शिक्षक अभ्यर्थियों को थोड़ी राहत दी गई है. बीपीएससी के अध्यक्ष ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट के माध्यम से इस बात की जानकारी साझा की है.

आठ दिसंबर को दोपहर में 12 बजे आयोजित होने वाली परीक्षा अब दोपहर के 2.30 बजे से होगी. बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी है कि तुफान के कारण ट्रेन लेट हो रही है. इस वजह से आठ दिसंबर को आयोजित होने वाली परीक्षा के समय में बदलाव हुआ है. अभ्यर्थियों को 12:30 बजे से लेकर दोपहर के 1:30 बजे तक केंद्र में प्रवेश करने की अनुमति होगी. जबकि, परीक्षा 2:30 बजे से आयोजित की जाएगी. बता दें कि पहले 12:30 बजे से यह परीक्षा होने वाली थी. लेकिन, अब इसके समय में बदलाव हुआ है.

भीड़ के कारण अभ्यर्थी परेशान

बीपीएससी ने अभ्यर्थियों को राहत देने के लिए यह फैसला लिया है. हांलाकि, समय में होने वाले बदलाव से कुछ परीक्षार्थी परेशान भी हो गए. इनका कहना है कि भीड़ के कारण इन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, परीक्षार्थियों को इस बात का खास ख्याल रखना जरूरी है कि परीक्षा के समय में केवल आज के लिए ही बदलाव किया है. फिलहाल, आठ दिसंबर के लिए ही बीपीएससी ने परीक्षा के समय में परिवर्तन का फैसला लिया है. मालूम हो कि शुक्रवार को राज्य के अलग- अलग केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन हो रहा है. इसमें लाखों परीक्षार्थी शामिल हो रहे है.

दूसरे राज्य के अभ्यर्थी भी परीक्षा में शामिल

बीपीएससी शिक्षक भर्ती फेज दो की परीक्षा की शुरूआत सात दिसंबर से की गई है. आज इस परीक्षा का दूसरा दिन है. दूसरे दिन की 12:30 बजे शुरू होने वाली परीक्षा के समय में बदलाव किया गया है. अभ्यर्थियों की परेशानी को ध्यान में रखकर बीपीएससी ने यह निर्णय लिया है. वहीं, परीक्षा केंद्रो पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है.

सीसीटीवी कैमरों के जरिए अभ्यर्थियों पर निगरानी रखी जा रही है. साथ ही परीक्षा सेंटर पर एग्जाम के दौरान जैमर भी एक्टिव रहता है. दूसरी ओर अभ्यर्थी ट्रेनों के लेट होने के कारण लगातार शिकायत कर रहे थे. इस परीक्षा में दूसरे राज्य के अभ्यर्थी भी शामिल हुए है. परीक्षा के शुरू होने के एक घंटा पहले एग्जाम सेंटर को बंद कर दिया जाता है. परीक्षार्थी की कड़ी चेकिंग होती है. इसके बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाता है. आधार कार्ड, ई- एडमिट कार्ड आदि को मिलान किया जाता है. इसके बाद ही उन्हें परीक्षा केंद्र में आने की अनुमति मिलती है.

इन विषयों की परीक्षा का आयोजन

बता दे कि परीक्षा के दूसरे दिन हिन्दी, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गणित, संस्कृत, उर्दू, अरबी, फारसी, बांग्ला, नृत्य, ललित कला, शारीरिक शिक्षा, संगीत, मैथिली और कंप्यूटर की परीक्षा का आयोजन हो रहा है. सीसीटीवी कैमरों के जरिए अभ्यर्थियों पर नजर रखी जा रही है. कंट्रोल रूम के माध्यम से अभ्यर्थियों की मॉनिटरिंग की जा रही है. फर्जी अभ्यर्थियों पर नकेल कसने के लिए बीपीएससी की ओर से पूरी तैयारी की गई है. आठ दिसंबर को 396 सेंटरों पर परीक्षा का आयोजन हो रहा है. वहीं, नौ दिसंबर को 555 सेंटरों पर परीक्षा होगी. अभ्यर्थियों ने परीक्षा के लिए कड़ी तैयारी की है. वहीं, परीक्षार्थी लंबे समय से नौकरी का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में सरकार की ओर से बहाली ली जा रही है. पहले चरण की परीक्षा के तुरंत बाद ही दूसरे चरण की भी परीक्षा का आयोजन किया गया है.

BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों पर जैमर एक्टिव

बिहार में बीपीएससी की ओर से शिक्षकों की भर्ती हो रही है. परीक्षा के दूसरे फेज का आयोजन हुआ है. शुक्रवार को दूसरे फेज के दूसरे दिन की परीक्षा हुई. शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के लिए प्रशासन की ओर से भी कड़ी तैयारी की गई है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. परीक्षा केंद्रों पर शुक्रवार को अभ्यर्थियों की भारी भीड़ देखने को मिली. एग्जाम सेंटर पर अभ्यर्थियों की कड़ी जांच की जा रही है.

उनके आधार कार्ड के साथ ही ई- एडमिट कार्ड का मिलान कराया जा रहा है. वहीं, आज तुफान और ट्रेन में देरी होने के कारण परीक्षा के समय में भी बदलाव किया गया था. इसकी जानकारी बीपीएससी के अध्यक्ष ने साझा की थी. अभ्यर्थियों पर CCTV कैमरों से नजर रखी जा रही है. इसके साथ ही परीक्षा सेंसर पर जैमर भी लगाया गया है.

कदाचार मुक्त परीक्षा को लेकर जैमर का प्रयोग

परीक्षार्थियों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर है. इसकी मॉनीटरिंग सीधे मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम से की जा रही है. केंद्रों से लाइव स्ट्रीमिंग हो रही है. शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों पर सुबह से ही जैमर को एक्टिव कर दिया गया. जैमर लगाने को लेकर आयोग की ओर से दिशा- निर्देश जारी किया गया था. इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से सभी केंद्रों पर जैमर लगाया गया है.

जैमर लगाने का मुख्य मकसद कदाचार मुक्त परीक्षा कराना है. बता दें कि कदाचार मुक्त परीक्षा कराने को लेकर सालों से प्रयास किए जा रहे है. परीक्षार्थियों के साथ- साथ अभिभावक भी इसको लेकर जेल तक जा चुके है. प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर तैयारी की जाती है. परीक्षा का आयोजन ऐसे होने से अभ्यर्थियों का भविष्य अच्छा होता है.

परीक्षा में नकल को रोकने के लिए हुई तैयारी

वहीं, जैमर के उपयोग के बारे में बता दें कि यह मोबाइल फोन के नेटवर्क को जाम कर देता है. इस कारण मोबाइल का सिग्नल नहीं पकड़ पाता है. परीक्षा में नकल को रोकने के लिए जैमर का प्रयोग किया जा रहा है. कोई किसी को फोन नहीं कर सके, इस कारण जैमर का उपयोग होता है. वहीं, जैमर का उपयोग होने के दौरान आसपास के लोग भी अपने फोन का उपयोग नहीं कर सकते है. लोगों का इंटनेट काम नहीं करता है.

बीपीएससी ने परीक्षा में नकल रोकने के लिए कई कदम उठाएं है. केंद्रों पर पुलिस के साथ ही मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गई है. कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए अधिकारियों की टीम लगातार केंद्रों पर पहुंच रही है. परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 144 को भी लागू किया गया है. भीड़ जमा करने से लोगों को रोका गया है.

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