माध्यमों को प्रायः क्यों दोष दिया जाता है?

माध्यमों को प्रायः क्यों दोष दिया जाता है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क साहित्य, आलोचना और सृजनशील साहित्यकारों के संसार से मीडिया कुछ अलग तरह का क्षेत्र है. मीडिया को सृजनशील रचना की अपेक्षा दैनंदिन जीवन की घटनाओं को यथातथ्य प्रस्तुत करना होता है. इसलिए, उसे अपनी अलग भाषा चाहिए, एक सीमा तक अंग्रेजी के आम…

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अग्निवीर योजना में युवाओं के सैन्यीकरण की ओर भारत सरकार का महत्त्वाकांक्षी प्रयास है,कैसे?

अग्निवीर योजना में युवाओं के सैन्यीकरण की ओर भारत सरकार का महत्त्वाकांक्षी प्रयास है,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क अग्निवीर योजना बड़े पैमाने पर युवाओं के सैन्यीकरण की ओर भारत सरकार का महत्त्वाकांक्षी प्रयास है। एन सी सी की तुलना में यह योजना अधिक उपयोगी भी होगी। आज जिस प्रकार युवाओं की संलग्नता टुकड़े गैंग, अर्बन…

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बदलाव का दौर है, बदलाव से समायोजन ही सर्वश्रेष्ठ उपाय हो सकता है–गणेश दत्त पाठक

बदलाव का दौर है, बदलाव से समायोजन ही सर्वश्रेष्ठ उपाय हो सकता है–गणेश दत्त पाठक सेना में भर्ती की नई प्रक्रिया अग्निपथ पर करना होगा पर्याप्त मनन चिंतन श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क समय का चक्र चल रहा है। तकनीकी सुविधाओं के आधार पर बदलाव की गति तीव्र होती जा रही है। ऐसे में बदलाव हर…

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वर्तमान सांप्रदायिक विद्वेष के दौर में कबीर के संदेश हैं बेहद प्रासंगिक: गणेश दत्त पाठक

वर्तमान सांप्रदायिक विद्वेष के दौर में कबीर के संदेश हैं बेहद प्रासंगिक: गणेश दत्त पाठक पाठक आईएएस संस्थान पर सद्भाव के प्रेरक पुरुष कबीरदास की जयंती पर श्रद्धा सुमन किया गया अर्पित श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क वर्तमान में देश में दिख रहे सांप्रदायिक विद्वेष के दौर में कबीर दास के संदेश बेहद प्रासंगिक दिखते हैं।…

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शिवाजी जी सामाजिक समरसता और सामाजिक न्याय के मंत्रदृष्टा थे।

शिवाजी जी सामाजिक समरसता और सामाजिक न्याय के मंत्रदृष्टा थे। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क शिवाजी का नाम आते ही शौर्य और साहस की प्रतिमूर्ति का एहसास होता है। अपने सपनों को सच करके उन्होंने खुद को न्यायपूर्ण प्रशासक रूप में स्थापित किया। इतिहासकार भी मानते हैं कि उनकी राज करने की शैली में परंपरागत राजाओं…

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क्या भारत में शिशु मृत्यु दर अब भी चिंताजनक है?

क्या भारत में शिशु मृत्यु दर अब भी चिंताजनक है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क कहते हैं कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं। बच्चे ही बड़े होकर देश के विकास को आगे बढ़ाते हैं। कम उम्र में ही बच्चों की प्रतिभा का पता चल जाता है कि आगे चलकर यह विशिष्ट प्रतिभाशाली व्यक्ति बनेगा। मगर…

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मर्यादा में रहकर बात करना सीखने की जरूरत,क्यों?

मर्यादा में रहकर बात करना सीखने की जरूरत,क्यों? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भारत में आस्थाओं पर स्वस्थ संवाद की परंपरा बहुत पुरानी और सम्मान्य रही है। ईसा से पांच सौ वर्ष पूर्व बौद्ध और जैन धर्मों के निरीश्वरवादी आचार्य सदियों से चले आ रहे ईश्वरवाद और उससे जुड़े दर्शनों को अपने प्रखर तर्कों से चुनौती…

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बाबा नागार्जुन की रचना लोक से प्राण ग्रहण करती है,कैसे?

बाबा नागार्जुन की रचना लोक से प्राण ग्रहण करती है,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क ठंड से नहीं मरते शब्द वे मर जाते हैं साहस की कमी से… जनकवि नागार्जुन के संदर्भ में केदारनाथ सिंह की ये पंक्तियां एकदम फिट बैठती हैं. ‘जनकवि हूं मैं, साफ कहूंगा, क्यों हकलाऊं’ इस तरह अपनी बात कह देने के…

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जाति आधारित गणना से क्या लाभ होगा?

जाति आधारित गणना से क्या लाभ होगा? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क बिहार में लगभग नौ दशक बाद सभी जातियों की गिनती होने जा रही है। इसमें यह बताया जाएगा कि कौन किस जाति का है। किस जाति की कितनी संख्या है। किस जाति के लोग कितने संपन्न हैं और किस जाति के लोग कितने विपन्न।…

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चर्चित लेखकों में से एक Anne Frank के जन्मदिन पर विशेष.

चर्चित लेखकों में से एक Anne Frank के जन्मदिन पर विशेष. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क आप ऐन फ्रेंक को सर्च करने के लिए गूगल में उनका नाम लिखेंगे, तो उनके नाम के साथ जर्मन डायरिस्ट लिखा हुआ भी आएगा। दोस्तो, जब द्वितीय विश्वयुद्ध हो रहा था, तो नीदरलैंड पर नाजियों के कब्जे के कारण छोटी…

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समय है सतर्क होने का….

समय है सतर्क होने का…. लखनऊ में पब जी खेलने से रोकने पर बेटे द्वारा मां की हत्या की घटना से समाज को होना होगा सचेत, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए….. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क त्वरित टिप्पणी ✍️गणेश दत्त पाठक लखनऊ में पीजीआई इलाके में एक 16 वर्षीय बेटे द्वारा पबजी खेलने से…

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क्या पंजाब में अलगाववाद की हवा तेज हो रही है?

क्या पंजाब में अलगाववाद की हवा तेज हो रही है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क चालीस साल पहले जो पंजाब अलगाववाद एवं आतंकवाद की चपेट में था, अनेकों के बलिदान एवं प्रयासों के बाद पंजाब में शांति स्थापित हुई, उसी पंजाब में एक बार फिर अलगाववाद की चिंगारी सुलग उठी है। ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ की 38वीं…

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आठ सालों से सरकार जनता की सेवक बन गयी है,कैसे?

आठ सालों से सरकार जनता की सेवक बन गयी है,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क जीवन में जब हम बड़े लक्ष्यों की तरफ आगे बढ़ते हैं, तो कई बार ये देखना भी जरूरी होता है कि हम चले कहां से थे, शुरुआत कहां से की थी। और जब उसको याद करते हैं, तभी तो हिसाब-किताब का…

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क्या हिंदी सिनेमा में बड़ा बदलाव हुआ है?

क्या हिंदी सिनेमा में बड़ा बदलाव हुआ है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क हिंदी सिनेमा में बीते डेढ़ दशक में उन निर्देशकों, लेखकों और कलाकारों की उपस्थिति और प्रभाव में बढ़ोतरी हुई है, जो हिंदी भाषी क्षेत्रों से आते हैं. अनुराग कश्यप, तिग्मांशु धूलिया, इम्तियाज अली समेत कई नाम हमारे सामने हैं. इनकी पढ़ाई-लिखाई हिंदी माध्यम…

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भोजपुरी के प्रथम उपन्यास ‘बिंदिया’ के लेखक श्रद्धेय रामनाथ पांडेय जी के आज 98 वीं जयंती हs!

भोजपुरी के प्रथम उपन्यास ‘बिंदिया’ के लेखक श्रद्धेय रामनाथ पांडेय जी के आज 98 वीं जयंती हs! श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भोजपुरी भाषा साहित्य के शिखर पुरुष आ भोजपुरी के प्रथम उपन्यास ‘बिंदिया’ के लेखक श्रद्धेय रामनाथ पांडेय जी के आज 98 वीं जयंती हs! उहाँ के जन्म आजु के दिन 08 जून 1924 के…

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