आमी में माॅ दुर्गा के तृतीय स्वरूप चंद्रघंटा के दर्शन को उमड़ा भक्तों का शैलाब

आमी में माॅ दुर्गा के तृतीय स्वरूप चंद्रघंटा के दर्शन को उमड़ा भक्तों का शैलाब

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया‚ मनोज तिवारी‚ छपरा (बिहार)

हिन्दु नव वर्ष संवत 2080 की शुरुआत 22 मार्च बुधवार से हो चुकी है।इस पावन अवसर पर जगह-जगह दुर्गा पाठ व नवाह पाठ की शुरूआत बुधवार से हो गई ।आज नववर्ष के तीसरे दिन माॅ चन्द्रघंटा की पूजा विभिन्न देवी मंदिरो और माॅ के भक्तो के घर हुई।
आमी मंदिर मे माॅ चन्द्रघंटा के स्वरूप का दर्शन करने के लिए माॅ अम्बिका के दरबार मे प्रातः काल से ही भक्तो की शैलाब उमरते दिखी।

आस-पास के हजारो भक्तो के साॅथ दूर-दराज के भक्तो ने भी माॅ अम्बिका की पूजा अर्चना की और अपने नव वर्ष मे सुख,शान्ति, समृद्धि और नीरोगता हेतु प्रार्थनांए की।मंदिर परिसर के चारो और पाठ करने वाले नर-नारी और भक्तो ने सकाम और निश्काम भाव से माॅ अम्बिका को प्सन्न करने के लिए दुर्गा सप्तशति का पाठ करते दिखे।

आमी मंदिर के पूजेरी भीम तिवारी ने बताया कि मैया अम्बिका के दराबार मे नवरात्रि पाठ का विशेष महत्व है।जो जिस भाव और कामना के साॅथ यहाॅ दुर्गा पाठ करता है उसके मनोकामना को मैया जरूर पूरा करती है।वही मन्दिर के पूजेरी मनोज तिवारी और जितेन्द्र तिवारी उर्फ भीखम बाबा ने बताया कि सिद्धीदात्री माॅ अम्बिका अर्थ,धर्म काम और मोक्ष को प्रदान करने वाली है।

चैत्र और आश्विन नवरात्रि मे दूर दराज के भक्त भी प्रतिपदा से लेकर नवमी के बीच मे अपने परिवार के साॅथ पूजा अर्चना करने के लिए आमी पधारते है।यद्यपि सिद्ध पीठ होने के नाते यहाॅ सालोभर पूजा अर्चना होती है लेकिन नवरात्रि मे दर्शन और पूजा मे भक्तो का जन शैलाब उमरता है।

यह भी पढ़े

भारत में बीमा क्षेत्र के समक्ष विद्यमान प्रमुख चुनौतियाँ कौन-सी हैं?

मानव विकास में बढ़ती असमानताओं के क्या कारण है?

वसंत ऋतु के ये त्योहार भारत में पारंपरिक नववर्ष की शुरुआत के प्रतीक है,कैसे?

दरौली में लगा रोजगार मेला‚ 622 आवेदकों को प्रशिक्षण के लिए तथा 446 युवाओं को कंपनियों के प्रतिनिधियों के ने साक्षात्कार के लिए बुलाया  

Leave a Reply

error: Content is protected !!