महिला SI और चौकीदार घूस लेते गिरफ्तार, खगड़िया में निगरानी विभाग का बड़ा एक्शन

महिला SI और चौकीदार घूस लेते गिरफ्तार, खगड़िया में निगरानी विभाग का बड़ा एक्शन

श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क:

1001467106
1001467106
previous arrow
next arrow
1001467106
1001467106
previous arrow
next arrow

बिहार के खगड़िया जिले में एक बार फिर भ्रष्टाचार का काला चेहरा सामने आया है. यहां नगर थाना में पदस्थापित महिला एसआई सीमा कुमारी और चौकीदार वीरू पासवान को निगरानी विभाग की टीम ने मंगलवार को रंगे हाथों 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया.

 

महिला SI और चौकीदार गिरफ्तार:

यह कार्रवाई तब हुई जब बेगूसराय निवासी अनिल कुमार शाह की पत्नी ने नगर थाना खगड़िया में एक मामला दर्ज कराया था. इस मामले को लेकर अनुसंधान कर रही एसआई सीमा कुमारी ने चार्जशीट और जांच के नाम पर 20,000 रुपये की मांग की थी. पीड़िता ने जब यह बात अपने पति अनिल शाह को बताई तो उन्होंने तुरंत निगरानी विभाग से संपर्क किया. पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई.

 

चौकीदार की भूमिका भी आई सामने:

शिकायत में यह भी स्पष्ट किया गया कि केवल एसआई ही नहीं बल्कि थाने के चौकीदार वीरू पासवान की भी इस पूरे प्रकरण में सक्रिय भूमिका थी. वह पीड़िता और एसआई के बीच मध्यस्थता कर रहा था और पैसे के लेन-देन में शामिल था. निगरानी टीम ने दोनों को ऐसे समय गिरफ्तार किया जब वे रिश्वत की राशि स्वीकार कर रहे थे. टीम ने मौके से 20,000 रुपये बरामद किए जो रिश्वत के तौर पर लिए जा रहे थे.शिकायतकर्ता अनिल कुमार शाह ने हमें बताया था कि नगर थाना खगड़िया की एसआई सीमा कुमारी उनसे 10,000 रुपये रिश्वत मांग रही हैं. हमने जब मामले की जांच की तो पता चला कि असली मांग 20,000 रुपये की थी. इसके बाद टीम ने जाल बिछाया और दोनों को रंगे हाथों पकड़ा.

अरुणोदय पांडेय, डीएसपी, निगरानी विभाग ने रिश्वत लेते किया  गिरफ्तार:

डीएसपी ने आगे बताया कि दोनों आरोपियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

पहले भी हो चुकी हैं बड़ी कार्रवाईयां:

यह पहली बार नहीं है जब खगड़िया में निगरानी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की हो. इससे पहले भी जिले में मध्य निषेध विभाग के डीसीपी अभय प्रसाद यादव के आवास पर छापेमारी की गई थी. उस दौरान कैश, जमीन के कागजात और जेवरात बरामद किए गए थे, जिससे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की आशंका जताई गई थी.

प्रशासनिक महकमे में हड़कंप:

वहीं, हाल ही में समस्तीपुर जिले में भी एक महिला दरोगा और उसके ड्राइवर को 20,000 रुपये घूस लेते हुए निगरानी टीम ने गिरफ्तार किया था. लगातार हो रही निगरानी की कार्रवाई से प्रशासनिक महकमे में डर और सतर्कता का माहौल है. तमाम विभागीय अधिकारी, थानेदार और बाबू अब सतर्क नजर आ रहे हैं, लेकिन इन सबके बावजूद भ्रष्टाचार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं.

यह भी पढ़े

सरकारी कर्मचारियों को 8वां वेतन आयोग का लाभ कब से मिलेगा?

बारिश में प्रशासन के डूबने की वार्षिक परम्परा है

गुरुजी सिर्फ नेता नहीं थे, आंदोलन की आत्मा थे

बांग्लादेश में असल खेल तो अब शुरू होगा,कैसे?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!