युवा नेता की लोकप्रियता से घबराये विरोधियों ने बैनर फाड़ा
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान की राजनीति का स्तर इतना गिर गया है, देखकर बहुत दुःख हो रहा है। एक युवा सामाजिक कार्यकर्ता का पोस्टर फाड़ना इसका बहुत बड़ा उदहारण है। अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए दूसरे का नुकसान करना यह हमारे स्थानीय राजनीति की काली तस्वीर है। पोस्टर फाड़ने से जनमानस के दिलों में बसे प्रकाश मणि को कैसे निकल पाएंगे?यह कहना था उस युवा तुर्क का जो अमेरिका में अपनी जमी जमाई नौकरी छोड़ कर सिवान् के युवाओं के लिए कुछ कर गुजरने का सपना लिए अपने पैतृक घर पर रहकर 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगे है।
ज्ञात हो की प्रकाश मणी तिवारी विगत कुछ दिनों से लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लगे है और अपने मोटो क़ो लेकर सीवान लोकसभा के गांवो का लगातार भर्मण कर रहे है उनके विचारों से प्रेरित होकर लगातार उनके लोकप्रियता में इजाफा हो रहा है जो स्थानीय राजनेताओ व उनके समर्थकों क़ो नहीं पच रहा है।
इसकी एक बानगी उस वक़्त देखने क़ो मिला ज़ब युवा नेता ने मैरवा के गुठनी मोड़ पर नववर्ष के उपलक्ष्य में एक जिलेवासियों क़ो एक शुभकामना वाला बैनर लगवाया जिसे अगले ही दिन मुँह अँधेरे में कुछ विरोधियों द्वारा फाड़ कर निकाल दिया गया जो यह दर्शाता है की अब विरोधी भी इस युवा क़ो मिल रहे समर्थन से घबराये हुए है और इसका गुस्सा पोस्टर व बैनर फाड़कर दिखा रहे है।
यह कृत्य हमें एक बार पुनः नब्बे के दशक की याद दिलाता है ज़ब पूर्व सांसद मरहूम मोहम्मद शहाबुद्दीन के डर से किसी दूसरे पार्टी या प्रत्यासी का पोस्टर बैनर नहीं लगता था। क्या सीवान के हालात एक बार पुनः इतने ख़राब हो गए है की वर्तमान में भी वही नब्बे के दशक की घटनाये होती नजर आ रही है क्या फिर कोई स्वयं क़ो दूसरा शहाबुद्दीन साबित करने की सोच रहा है परन्तु सत्य तों यह है की अब दुबारा कोई शहाबुद्दीन नहीं बन सकता क्योंकि कहने वाले कुछ भी कहे वह सच्चे तौर पर एक जनमानस के नेता थे उनकी जगह कोई नहीं लें सकता और इस प्रकार के कृत्य से कोई किसी के आत्मविश्वास क़ो नहीं डिगा सकता।
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