सारण में 13.14 करोड़ की लागत से निर्मित अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अनुमंडलीय अस्पताल का स्वास्थ्य मंत्री ने किया उद्घाटन
• स्वास्थ्य मंत्री ने सारणवासियों को 16.14 करोड़ की परियोजनाओं की दी सौगात
• 50 बेड का बना है मढौरा का अनुमंडलीय अस्पताल
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):

सारण जिले के मढ़ौरा को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में बड़ी सौगात मिली। बिहार सरकार के स्वास्थ्य एवं विधि मंत्री मंगल पांडेय ने मढ़ौरा स्थित 50 शैय्या वाले अत्याधुनिक अनुमंडलीय अस्पताल का लोकार्पण किया। यह अस्पताल 13.14 करोड़ रुपये की लागत से BMSICL द्वारा निर्मित किया गया है।
इसके साथ ही जिले के चार अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेन्द्रों का भी उद्घाटन किया गया, जिससे जिले में कुल 16.14 करोड़ रुपये की स्वास्थ्य परियोजनाओं की शुरुआत हुई। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस अवसर पर कहा कि सरकार आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध है। मढ़ौरा का यह अस्पताल न केवल स्थानीय बल्कि आस-पास के इलाकों के लोगों को सुलभ और गुणवत्ता पूर्ण चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराएगा। साथ ही मिर्जापुर, मुरारपुर, नौतन और धरमपुर जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य उपकेन्द्रों के निर्माण से लोगों को गांव में ही प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ होंगी। यह अस्पताल क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती प्रदान करेगा और आपातकालीन तथा प्रसव संबंधित चिकित्सा जरूरतों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
मढ़ौरा अनुमंडलीय अस्पताल की खासियतें:
भूतल पर उपलब्ध सुविधाएं:
• ओपीडी, डॉक्टर कक्ष, आपातकालीन कक्ष, एक्सरे, माइनर ओटी ।
प्रथम तल पर:
• प्रसव कक्ष, पूर्व व पश्चात देखभाल इकाई, नवजात शिशु गहन देखभाल, मेजर ओटी, आईसीयू तथा 6 शैय्याओं वाला वार्ड।
अल्य सुविधाएं:
मेडिकल गैस पाइपलाइन, फायर फाइटिंग सिस्टम, लिफ्ट, शुद्ध पेयजल, फर्नीचर, पुरुष/महिला/विकलांगों के लिए शौचालय की व्यवस्था है।
इन चार स्वास्थ्य केंद्रों का भी हुआ उद्घाटन

1. मिर्जापुर, स्वास्थ्य उपकेन्द्र, ₹75 लाख
2. मुरारपुर, स्वास्थ्य उपकेन्द्र, ₹75 लाख
3. नौतन, स्वास्थ्य उपकेन्द्र, ₹75 लाख
4. धरमपुर,स्वास्थ्य उपकेन्द्र, ₹75 लाख
स्वास्थ्य सेवाएं अब भरोसेमंद और सुलभ बन रही हैं:
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में पहले जहां एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचना भी चुनौती थी, वहीं अब हर अनुमंडल में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं।
हमने न केवल अस्पतालों की संख्या बढ़ाई है, बल्कि वहां डॉक्टर, नर्स, दवाएं, जांच सुविधा और इमरजेंसी सेवाएं भी सुनिश्चित की हैं। अब गांव-गांव में स्वास्थ्य उपकेन्द्र बन रहे हैं, ताकि लोगों को इलाज के लिए दूर न जाना पड़े। हमारा लक्ष्य है कि कोई भी मरीज इलाज के अभाव में परेशान न हो। टेलीमेडिसिन से लेकर आईसीयू सुविधाओं तक, बिहार का स्वास्थ्य ढांचा अब नए युग में प्रवेश कर चुका है।
” स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया कि अगले कुछ वर्षों में बिहार देश के अन्य विकसित राज्यों की तरह स्वास्थ्य के क्षेत्र में मॉडल राज्य के रूप में स्थापित होगा। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह,डीपीएम अरविन्द कुमार, डीपीसी रमेशचंद्र कुमार, अनुमंडलीय अस्पताल के सभी चिकित्सक-कर्मी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और अन्य मौजूद थे।
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