बिहार के 18 जिलों के लिए 7 ‘कोविड-जागरूकता रथों’ को सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री ने किया रवाना.

बिहार के 18 जिलों के लिए 7 ‘कोविड-जागरूकता रथों’ को सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री ने किया रवाना.

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

रथों के साथ सांस्कृतिक दलों द्वारा 140 जगहों पर किया जाएगा जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन.

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

कोविड 19 टीकाकरण और जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रति आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से आज सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के रीजनल आउटरीच ब्यूरो (आरओबी), पटना द्वारा राज्य के 18 जिलों के लिए 7 जागरूकता रथों को रवाना किया गया। बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क तथा जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने हरी झंडी दिखा कर इन रथों को रवाना किया।

उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सूचना एवं जनसंपर्क तथा जन संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि टीकाकरण की दिशा में बिहार ने उल्लेखनीय कार्य किया है। यहां अभी तक कुल 7.5 करोड़ लोगों का टीकाकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि आज की तारीख तक बिहार में कोविड 19 के एक्टिव केस मात्र 38 हैं, जो देश भर में सबसे कम है। उन्होंने पूर्वी चंपारण के बनकटवा प्रखंड का उल्लेख करते हुए कहा कि यह प्रखंड 18 साल से ऊपर के लोगों को सौ फीसदी टीकाकरण वाला देश का पहला प्रखंड बन गया है।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने बाढ़ के दौरान कोसी, दरभंगा के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में नाव से जा-जाकर और राहत शिविरों में टीकाकरण किया है। उन्होंने आरओबी के जागरूकता रथ कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि जिन जिलों में अभी भी लोग या तो टीके के प्रति जागरूक नहीं हैं या फिर टीके के प्रति भ्रांतियां हैं, वहां इस इस प्रकार के कार्यक्रम दूरगामी साबित होंगे।

खासकर तीसरी लहर की आशंका के बीच इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम निःसंदेह लाभदायक सिद्ध होंगे। यह जागरूकता कैंपेन सभी के जीवन से जुड़ा है। इस स्तर का कैंपेन चलाकर विभाग ने सराहनीय कदम उठाया है। उन्होंने यह भी कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मुख्य उद्देश्य लोकल यानी स्थानीय वस्तुओं व उत्पादों पर फोकस करना है।

पीआईबी एवं आरओबी के अपर महानिदेशक एसके मालवीय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड 19 टीकाकरण एवं अन्य जन-कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु चलाए जा रहे जागरूकता रथ को मुख्य रूप से अल्पसंख्यक, नक्सल प्रभावित, सीमावर्ती, एस्पीरेशनल जिलों में तथा जहां कम टीकाकरण हुए हैं, वहां चलाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इन जागरूकता रथों के माध्यम से 18 जिलों में कुल 20 दिनों तक लोगों को टीके के दोनों डोज लेने तथा अन्य केंद्रीय योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्रालय के पंजीकृत सांस्कृतिक दलों के द्वारा लगभग 140 जगहों पर जागरूकता कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जन-कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के विभाग इस दिशा में बेहतर समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं।

जिन 18 जिलों में जागरूकता रथ और सांस्कृतिक दलों के कार्यक्रम होने हैं उनमें औरंगाबाद, अरवल, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल, अररिया, कैमुर, रोहतास, खगड़िया, कटिहार, किशनगंज, लक्खीसराय, शेखपुरा और जमुई शामिल हैं।

मौके पर आरओबी, पटना के निदेशक विजय कुमार, पीआईबी के निदेशक दिनेश कुमार, सहायक निदेशक संजय कुमार, दूरदर्शन समाचार पटना के सहायक निदेशक सलमान हैदर व अजय कुमार, छपरा एफओबी के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी पवन कुमार व सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी सर्वजीत सिंह, आरओबी पटना के सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नवल किशोर झा व अमरेंद्र मोहन मौजूद थे।

Leave a Reply

error: Content is protected !!