क्या पहलगाम हमले का पाकिस्तानी लिंक है ?

क्या पहलगाम हमले का पाकिस्तानी लिंक है ?

पाक आर्मी चीफ के भाषण से आतंकी हुए प्रेरित ?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से पूरा देश सन्न है और हर कोई सरकार से आतंकियों को करारा जवाब देने की मांग कर रहा है। आतंकियों ने पहलगाम के बैसरन घूमने आए पर्यटकों को उनका नाम और धर्म पूछकर निशाना बनाया। इस हमले के बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। इस बीच पाक आर्मी चीफ का एक बयान काफी ज्यादा सुर्खियों में आ गया है, जिसमें उसने हिन्दुओं को अलग बताया था।

पाक आर्मी चीफ असीम मुनीर ने कुछ दिनों पहले एक बयान दिया था, जिसमें उसने कश्मीर को इस्लामाबाद के ‘गले की नस’ बताया था। अब पहलगाम हमले के बाद लगातार ये सवाल उठ रहा है कि असीम मुनीर ने आतंकियों को हिन्दुओं के खिलाफ भड़काने का काम किया था।

अपने बयान में मुनीर ने बंटवारे का जिक्र करते हुए हिन्दुओं को मुस्लिमों से अलग बताया था और कहा था कि हम साथ नहीं रह सकते हैं। अब ऐसा माना जा रहा है कि मुनीर के इसी बयान ने आतंकियों को हिन्दुओं पर हमला करने के लिए प्रेरित किया, खासकर तब जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत के दौरे पर हैं।

पाक आर्मी चीफ ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की मौजूदगी में विदेश में रह रहे पाकिस्तानियों के साथ एक बैठक में भारत और हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगलने वाला बयान दिया था। मुनीर ने जम्मू कश्मीर पर पाकिस्तान के दावे को दोहराया था और टू-नेशन थ्योरी का बचाव किया था, जिसके कारण 1947 में भारत का बंटवारा हुआ था और पाकिस्तान बना था।

‘कश्मीर हमारी गले की नस’

बैठक को संबोधित करते हुए असीम मुनीर ने वहां मौजूद भीड़ से कहा था, “हमारा रुख एकदम साफ है, यह हमारी गर्दन की नस थी और यह हमारी गर्दन की नस रहेगी। हम इसे नहीं भूलेंगे और हम अपने कश्मीरी भाइयों को उनके संघर्ष में नहीं छोड़ेंगे।”

मुनीर ने कहा, “हिन्दुओं और मुसलमानों के बीत बहुत अंतर है और पाकिस्तान के मुसलमान हर तरह से हिन्दुओं से अलग हैं। हमारे विचार और हमारी महत्वकांक्षाएं अलग-अलग हैं। यहीं से टू-नेशन थ्योरी की बुनियाद रखी गई और हम एक नहीं दो राष्ट्र हैं।”

मुनीर के बयान पर भारत का जवाब

भारत ने मुनीर के इस बयान पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा था कि पाकिस्तान के साथ एकमात्र संबंध उस देश की ओर से अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्रों को खाली करना है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, “कोई विदेश चीज कैसे हमारे गले में अटक सकती है? यह भारत का एक केंद्र शासिद प्रदेश है।”
उन्होंने कहा, “मुनीर का बयान पाकिस्तान की आर्थिक और राजनीतिक स्थिति की भयावह स्थिति से ध्यान हटाने की एक कोशिश थी। पाकिस्तान में यह भावना बढ़ रही है कि सेना और सत्ताधारी शक्तियों ने लोगों को निराश किया है।”

हमले का पाकिस्तानी कनेक्शन

बता दें, पहलगाम हमले में दो पाकिस्तानी आतंकिों समेत चाक टेररिस्ट के शामिल होने की बात सामने आई है। सुरक्षा एजेंसियों ने तीन आतंकियों के स्केच भी जारी किए हैं और सर्च ऑपरेशन चलाकर उनकी तलाश की जा रही है।

हमला करने वाले दो आतंकी पश्तो भाषा में बात कर रहे थे, जिससे साफ होता है कि वो पाकिस्तानी नागरिक हैं। दो स्थानीय आतंकियों की भी पहचान हुई है, इनके नाम आदिल अहमद और आशिफ शेख बताए गए हैं।

पाकिस्तान के सेन प्रमुख असीम मुनीर की ‘गले की नस’ वाली टिप्पणी का हवाला देते हुए कपिल सिब्बल ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमला बताया। असीम मुनीर ने कुछ दिनों पहले बयान दिया था, “यह हमारी गले की नस होगी, हम इसे नहीं भूलेंगे और हम अपने कश्मीरी भाइयों को उनके ऐतिहासिक संघर्ष में नहीं छोड़ेंगे।”

मुनीर के इसी बयान का हवाला देते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि यह हमला राज्य प्रायोजित है। उन्होंने कहा, “अभी एक सप्ताह पहले ही ऐसा कहा गया था। यह एक बहुत सोची-समझी और सुनियोजित आतंकवादी हमला है। क्योंकि घाटी पहलगाम से सिर्फ आधे घंटे की दूरी पर है और यह एक उच्च सुरक्षा वाला क्षेत्र है क्योंकि वहां अमरनाथ तीर्थस्थल है।”

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