दिवंगत पत्रकार गुड्डू राय की स्मृति में पत्रकार व अन्य सहयोगियों ने वृक्षारोपण  किया

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श्राद्धकर्म में जुटे लोगों ने  उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित किया

श्रीनारद मीडिया, छपरा (बिहार):

सारण। देश के चौथे स्तंभ रूपी पत्रकार जो अपने परिश्रम के बदौलत दुनिया को आइना दिखाने का काम करते है और विपरीत परिस्थितियों में भी आम से खास की आवाज बनते है उनकी इसी कृति के चलते लोग भी उन्हें सम्मान भरी नजरो से देखते है। ऐसे ही सारण जिला अंतर्गत रिविलगंज थाना क्षेत्र के समसुद्दिनपुर निवासी गुड्डू राय जिनका श्राद्धकर्म का आयोजन बुधवार को उनके निवास स्थल पर किया गया। जिसमे सारण जिले के सभी साथी पत्रकार व सहयोगी शामिल हुए और उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित किया गया। वहीं इस अवसर पर दिवंगत गुड्डू राय जी की स्मृति में पत्रकार व अन्य सहयोगियों द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया।

बताते चले कि विगत दिनों गुड्डू राय का निधन सांस संबंधित समस्या के कारण हो गई थी। परिजनों की माने तो गुड्डू राय को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल से लेकर पटना के बड़े अस्पताल तक लेे जाया गया जहां चिकित्सकों ने मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी बताया। इसी को ध्यान में रखकर उनके सहयोगियों ने प्रण किया कि दिवंगत गुड्डू राय की याद में एक ऐसा वृक्ष लगाया जायेगा जो सिर्फ और सिर्फ ऑक्सीजन देता हो। जिसमे श्राद्धकर्म के दिन पीपल वृक्ष के छोटे से पौधे को सार्वजनिक स्थल पर लगाया गया।

वरीय पत्रकार व चिकित्सक मुकेश कुमार यादव ने कहा कि गुड्डू राय हम सभी के लिए प्रेरणस्रोत है और रहेंगे। हमारे शिक्षण संस्थानों में भी अध्ययन के दौरान भी पढ़ाया जाता है कि पीपल और बरगद का पेड़ ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत होते है जिसका भक्षण मनुष्य द्वारा वृहद स्तर पर किया जा रहा है जिसके कारण आज ऑक्सीजन की कमी काफी देखी जा रही है और लोगो की मौत भी हो रही है। कोवीड संक्रमण काल में भी ऑक्सीजन की जरूरत स्पष्ट रूप से अस्पतालों में देखने को मिल रही हैं। इससे सीख लेते हुए हम सभी को एक एक पेड़ पीपल का अवश्य लगाना चाहिए।

कामरेड अरुण कुमार ने बताया कि गुड्डू जैसा जैसा व्यतित्व हमारे समाज में एक वट वृक्ष जैसे थे, जिसने स्थानीय लोगों के साथ ही जिले भर में अपने कार्यों से प्रेरणा देकर आगे बढ़ने का हौसला दिया तथा युवाओं को उनकी ताकत पहचानने का अहसास भी कराया। उन्होंने कहा कि वृक्ष से हमें छाया तो मिलती ही है और उसके साथ-साथ पशु पक्षियों मिट्टी व मिट्टी के लिए भी अत्यन्त लाभकारी है।

पत्रकार धर्मेंद्र कुमार रस्तोगी ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी और बढ़ते प्रदूषण को रोकने के साथ ही अपने दिवंगत मित्रो और परिजनों को याद करने लिए केवल वृक्षारोपण ही एक सफल एवं सही तरीका है। वहीं संवाददाता व रंगकर्मी रंजीत ने कहा कि श्राद्धकर्म के इस पुण्यतिथी पर वृक्षारोपण का आयोजन अपने आप में एक पुनीत कार्य है। उन्होंने कहा कि मृतक साथी बड़े भाई गुड्डू राय का जीवन अत्यंत संघर्षमय रहा है जीवन के अंतिम क्षण तक वो सदैव अपने कलम से समाज को जागरूक करते रहे।

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