*काशी एक आध्यात्मिक शहर है इसे गुजरात की तरह व्यापारिक शहर मत बनाइये – अजय राय*
*श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / वाराणसी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व विधायक अजय राय ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार पर मां गंगा के व्यापारीकरण का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि काशी एक आध्यात्मिक शहर है इसे गुजरात की तर्ज पर व्यापारिक शहर बनाने की कोशिश ना की जाए। अजय राय ने कहा कि काशी के लोगों के लिये मां गंगा जीवनदायिनी हैं और कांग्रेस इसका इसका व्यापारीकरण नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि मां गंगा में ललिता घाट पर प्लेटफार्म बनाया जा रहा है, जो इसके प्राकृतिक रूप से छेड़छाड़ है, इसे कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी। हमारी मांग है कि इस कार्य को तत्काल रोका जाए और विशेषज्ञों के सुझाव और जनभावनाओं पर इसके कार्य पर फैसला हो। अजय राय के अनुसार काशी के साथ ही गंगा में चल रही परियोजनाएं हानिकारक हैं। ललिता घाट पर नियमों के विरुद्ध गंगा में 100 मीटर अंदर प्लेटफार्म तैयार किया जा रहा है, जिससे गंगा का बहाव रुका हुआ है और उसमे हरा शैवाल पैदा हो रहे हैं। मगर, सरकार और जिला प्रशासन इसे मिर्ज़ापुर एसटीपी की गलती बता रहे हैं। इस कारण से गंगा जो खुद रोगनाशिनी हैं उन्हें केमिकल का छिड़काव करके रोगमुक्त बनाने की कोशिश की जा रही है।अजय राय ने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि गंगा में जो चबूतरा बनाया जा रहा है और जो नहर बनायीं जा रही उसके कार्य को तत्काल रोका जाए। अजय राय ने कहा कि ये बाबा विश्वनाथ और मां गंगा का शहर है आध्यात्म का शहर है। इसे सरकार गुजरात की तरह व्यापार का शहर न बनायें। स्मार्ट सिटी में नंबर एक का स्थान पाने पर अजय राय ने कहा की यदि बनारसी नंबर देंगे तो मैं मान लूँगा की स्मार्ट सिटी में नंबर वन है। उन्होंने कहा कि बरसात में क्या हाल था सब जानता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से नहर बनायीं जा रही है आने वाले दिनों में गंगा अपना पुरातन अर्द्धचन्द्राकार रूप समाप्त हो जाएगा और गंगा तटों को छोड़ देगी।अजय राय ने सरकार को चेताते हुए कहा कि चाहे मुझे जेल भेज दें या गोली मार दें हम इसका विरोध करते रहेंगे और काशी के स्वरुप से छेड़छाड़ नहीं होने देंगे।