मोतिहारी: मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, चर्चा के लिए विक्षुब्ध पार्षदों ने 2 अगस्त को बुलाई विशेष बैठक

मोतिहारी: मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, चर्चा के लिए विक्षुब्ध पार्षदों ने 2 अगस्त को बुलाई विशेष बैठक

श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क:

न्यूज़ टुडे टीम अपडेट मोतिहारी की मेयर अंजू देवी के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मोतिहारी नगर निगम में एक बार फिर हलचल बढ़ गई है.अविश्वास पर चर्चा के लिए स्पीड पोस्ट से मेयर के पास भेजे गए अधियाचना पत्र का जबाब नहीं मिलने पर विक्षुब्ध पार्षदों ने सोमवार को नगर निगम के सभागार में एक बैठक की.

बैठक में सर्वसम्मति से अविश्वास प्रस्ताव पर आगामी 2 अगस्त को विशेष बैठक बुलाने की तिथि निर्धारित करते हुए विक्षुब्ध गुट के पार्षदों ने नगर आयुक्त को पत्र सौंपा है. विक्षुब्ध पार्षदों के गुट के अमरेंद्र सिंह ने बताया कि नगर आयुक्त को 32 पार्षदों का हस्ताक्षरयुक्त पत्र सौंपा गया है.

पत्र के माध्यम से आगामी 2 अगस्त को विशेष बैठक के लिए नगर आयुक्त को जानकारी दी गई है. अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष चर्चा के लिए विक्षुब्ध पार्षदों का हस्ताक्षरयुक्त अधियाचना पत्र स्पीड पोस्ट से भेजा गया था. लेकिन मेयर तिथि तय नहीं कर पाई थीं. इसलिए विक्षुब्ध पार्षदों ने सर्वसम्मति से तिथि तय की है.’ : अमरेंद्र सिंह, वार्ड पार्षद, विक्षुब्ध गुट

इधर, नगर आयुक्त सुनील कुमार ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए विशेष बैठक बुलाने को लेकर 32 पार्षदों का हस्ताक्षरयुक्त आवेदन दिया है. ‘नगरपालिका अधिनियम के तहत विधि सम्मत धाराओं में जो कार्रवाई होनी है, वह की जाएगी.’ : सुनील कुमार, नगर आयुक्त

दरअसल, मोतिहारी नगर निगम में कुल 38 निर्वाचित वार्ड पार्षद हैं. जिनमें से 30 वार्ड पार्षदों ने महापौर की कार्यशैली पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. महापौर को इसकी सूचना देकर नाराज वार्ड पार्षदों ने उन्हें बुलाया था. लेकिन वो बैठक में उपस्थित नहीं हुईं. जिस कारण 30 वार्ड पार्षदों ने नगर आयुक्त सुनील कुमार को महापौर अंजू देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक बुलाने से संबंधित पत्र सौंपा है.

बता दें कि नगर निगम की महापौर अंजू देवी और नगर आयुक्त सुनील कुमार के बीच जारी खींचतान के कारण विकास कार्यों पर प्रभाव पड़ा है. जिस कारण डीएम ने जिला लोक शिकायत पदाधिकारी को विशेष पदाधिकारी के रूप में नगर निगम में प्रतिनियुक्त किया है. हालांकि, इस पूरे मामले पर महापौर अंजू देवी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.

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