महाराष्ट्र निकाय चुनाव में बंपर जीत की ओर एनडीए,क्यो?

महाराष्ट्र निकाय चुनाव में बंपर जीत की ओर एनडीए,क्यो?

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

महाराष्ट्र में नगर परिषदों और नगर पंचायत चुनावों के वोटों की गिनती जारी है। वोटों की गिनती सुबह 10 से शुरू है। शुरुआती रुझानों में बीजेपी को बढ़त मिलते नजर आ रही है। बता दें कि राज्य में दो चरणों में स्थानीय निकाय चुनाव हुए थे। पहले चरण के लिए दो दिसंबर को 263 स्थानीय निकायों पर चुनाव हुए। वहीं, शनिवार को 23 स्थानीय निकायों में चुनावों के दूसरे चरण में 47.04 प्रतिशत मतदान हुआ।

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महाराष्ट्र में नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों के नतीजों ने राज्य की राजनीति की दिशा स्पष्ट कर दी है. स्थानीय स्तर पर हुए इस चुनाव को 2024 के बाद बदले सियासी समीकरणों की पहली बड़ी परीक्षा माना जा रहा था. मतदाताओं ने शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्थिर सरकार और स्पष्ट नेतृत्व को प्राथमिकता दी. चुनाव नतीजे बताते हैं कि गठबंधन की राजनीति में मतदाता अब भ्रम से बाहर निकल रहा है. स्थानीय मुद्दों, विकास कार्यों और संगठन की मजबूती ने निर्णायक भूमिका निभाई.
महायुति ने 288 में से 215 सीटें जीतकर विपक्ष पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बना ली. बीजेपी का 129 सीटों पर कब्जा उसका कैडर आधारित विस्तार दर्शाता है. शिंदे गुट की शिवसेना को 51 सीटें मिलना सरकार में हिस्सेदारी का असर दिखाता है. अजीत पवार की एनसीपी ने 35 सीटें जीतकर अपना स्वतंत्र आधार मजबूत किया. दूसरी ओर महाविकास आघाड़ी सिर्फ 51 सीटों पर सिमट गई. कांग्रेस का प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर रहा, लेकिन गठबंधन कमजोर दिखा. यूबीटी और शरद पवार गुट की सीमित सीटें नेतृत्व संकट की ओर इशारा करती हैं.
महाराष्ट्र नगर परिषद व नगर पंचायत चुनाव परिणाम
क्रम गठबंधन दल जीती सीटें
1 महायुति भाजपा 129
2 शिवसेना (शिंदे) 51
3 एनसीपी (अजीत) 35
4 महाविकास आघाड़ी कांग्रेस 35
5 शिवसेना (UBT) 9
6 एनसीपी (शरद) 7
कुल सीटें 288
इन नतीजों से साफ है कि शहरी और अर्ध-शहरी इलाकों में महायुति को जनता का मजबूत समर्थन मिला है, जिसमें भाजपा सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी है. वहीं महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस सबसे आगे रही, लेकिन कुल मिलाकर गठबंधन को महायुति के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन करना पड़ा है. ये नतीजे आगामी नगर निगम और बड़े स्थानीय निकाय चुनावों से पहले राज्य की राजनीति की दिशा और सियासी समीकरणों को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं.
 इस रिजल्ट को राज्य की अगली बड़ी राजनीतिक परीक्षा बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) और अन्य 28 नगर निगम चुनावों का सेमिफाइनल माना जा रहा है. राज्य चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि इन चुनावों के लिए मतदान 15 जनवरी और गिनती 16 जनवरी को होगी. कुल 2,869 सीटों पर मुकाबला होगा, जिसमें करीब 3.48 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में महायुति की प्रचंड जीत पर राज्य की जनता का आभार व्यक्त किया. उन्होंने इस विजय को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकार के लोक-कल्याणकारी विजन पर जनता का आशीर्वाद बताया. शाह ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार सहित सभी गठबंधन कार्यकर्ताओं को इस बड़ी सफलता पर बधाई दी. विशेष रूप से, बीजेपी के सबसे अधिक सीटें जीतने पर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष रवि चव्हाण और पूरी टीम की सराहना की. शाह के अनुसार यह नतीजे दर्शाते हैं कि महाराष्ट्र के हर वर्ग का भरोसा वर्तमान एनडीए सरकार की नीतियों पर कायम है.

आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र की महायुति सरकार पर पर्यावरण को तबाह करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने ट्विटर (X) के जरिए बीजेपी शासन पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार मुंबई और अन्य शहरों का गला घोंट रही है। ठाकरे के मुताबिक, 45,000 मैंग्रोव काटने और चंद्रपुर के टाइगर कॉरिडोर में माइनिंग खोलने जैसे फैसलों से राज्य का इकोसिस्टम बर्बाद हो रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपने ‘ठेकेदार दोस्तों’ को खुश करने के लिए मुंबई की हवा को दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित बना रही है। नासिक के तपोवन में 1800 पेड़ों की कटाई और संजय गांधी नेशनल पार्क के मास्टर प्लान में बदलाव कर मंत्रियों के अवैध बंगलों को वैध करने की कोशिश की जा रही है। आदित्य ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी महाराष्ट्र को ‘मंगल ग्रह’ जैसा रेगिस्तान बनाने की तैयारी कर रही है।

महाराष्ट्र में नगर पंचायत और नगर परिषद चुनावों के सभी 288 में से 288 नतीजे या रुझान सामने आ चुके हैं. इन नतीजों में महायुति गठबंधन ने स्पष्ट बढ़त हासिल की है, जबकि महाविकास आघाड़ी को बेहद कम सीटों पर संतोष करना पड़ा है.

पार्टीवार आंकड़ों पर नजर डालें तो भारतीय जनता पार्टी ने 127 सीटें जीतकर महायुति में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में खुद को स्थापित किया है. वहीं शिवसेना को 54 सीटें और एनसीपी को 37 सीटें मिली हैं. इस तरह कुल मिलाकर महायुति के खाते में 218 सीटें गई हैं, जो गठबंधन की मजबूत स्थिति को दर्शाता है.

दूसरी ओर महाविकास आघाड़ी का प्रदर्शन सीमित रहा है. कांग्रेस ने 31 सीटें जीतकर आघाड़ी में सबसे आगे रहने का दावा किया है, जबकि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) को 9 सीटें और एनसीपी (शरद पवार गुट) को 7 सीटें मिली हैं. इस तरह एमवीए को कुल 47 सीटों पर जीत मिली है. इसके अलावा अन्य दलों और निर्दलीयों ने 23 सीटों पर सफलता हासिल की है.

इन नतीजों से साफ है कि शहरी और अर्ध-शहरी इलाकों में महायुति को जनता का मजबूत समर्थन मिला है, जिसमें भाजपा सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी है. वहीं महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस सबसे आगे रही, लेकिन कुल मिलाकर गठबंधन को महायुति के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन करना पड़ा है. ये नतीजे आगामी नगर निगम और बड़े स्थानीय निकाय चुनावों से पहले राज्य की राजनीति की दिशा और सियासी समीकरणों को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं.

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