सारण जिले में जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों ने तटबंध का किया निरीक्षण 

सारण जिले में जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों ने तटबंध का किया निरीक्षण 

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श्रीनारद मीडिया,रमेश मिश्रा, पानापुर, (सारण)

जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख शैलेंद्र के नेतृत्व में आपदा विभाग  के पदाधिकारियों की टीम ने सारण तटबंध का निरीक्षण किया एवं ताजा हालात की जानकारी ली . अभियंता प्रमुख ने बताया कि नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई बारिश के कारण वाल्मिकी नगर बराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई थी

लेकिन अब स्थिति सामान्य है .उन्होंने बताया कि बराज से पानी का डिस्चार्ज  लेवल एक लाख से नीचे आ गया है इसलिए लोगो को घबराने की जरूरत नही है .इस मौके पर जल संसाधन विभाग के एसडीओ धर्मेंद्र कुमार ,कनीय अभियंता कमलेश कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे .

ज्ञात हो कि असमय आयी बाढ़ के कारण सारण तटबंध के निचले इलाकों के सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था वही  सैकड़ों एकड़ में लगी धान की तैयार फसलों के अलावे मक्के ,अरहर एवं सब्जियों की फसलें  पूरी तरह बर्बाद हो गयी है.

पिछले तीन दिनों तक सारण तटबंध के निचले इलाकों में तबाही मचाने के बाद गंडक नदी के जलस्तर में लगातार कमी देखी जा रही है . नदी के जलस्तर में कमी के बाद निचले इलाकों में बसे बसहिया ,सलेमपुर ,सोनवर्षा ,सारंगपुर आदि गांवों के लोगो को राहत मिलती दिख रही है लेकिन रामपुररुद्र 161 गांव के सैकड़ों परिवारों की परेशानी अब भी बरकरार है . सारण तटबंध से इस गांव को  जोड़ने वाला सड़क  क्षतिग्रस्त हो गया है जिस कारण इस गांव के लोगो का सड़क संपर्क टूट गया है

.इन गांव के लोगो के लिए अब नाव ही सहारा है  .असमय आयी बाढ़ के कारण सारण तटबंध के निचले इलाकों के  सैकड़ों एकड़ में लगी धान की तैयार फसलों के अलावे मक्के ,अरहर एवं सब्जियों की फसलें  पूरी तरह बर्बाद हो गयी है जिससे किसानों के चेहरे मुरझा गये हैं  . बसहिया गांव के किसान घनश्याम राय ,कोंध गांव के संतोष सिंह ,अजय सिंह ,प्रभु  महतो ,श्यामसुंदर सिंह ,वरुण सिंह आदि का कहना था कि असमय आयी बाढ़ ने सबकुछ बर्बाद करके रख दिया है . किसानों का कहना था कि  बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है .

जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता कमलेश कुमार ने बताया कि वाल्मीकिनगर बराज से  डिस्चार्ज लेवल में  लगातार कमी हो रही है . मंगलवार की सुबह पानी का डिस्चार्ज लेवल एक लाख नौ  हजार क्यूसेक पर आ गया है . ऐसे में लोगो को घबराने की जरूरत नही है .

वही नेपाल द्वारा वाल्मीकिनगर बराज से छोड़े गए पानी मे कमी के बावजूद सारण तटबंध के निचले इलाकों में बसे लोगो की परेशानी कम होने का नाम नही ले रही है . पानी की तेज धारा के कारण सोमवार  को सारण तटबंध से रामपुररुद्र 161 एवं सीमावर्ती तरैया प्रखंड के सगुनी गांव को जोड़ने वाला सड़क  क्षतिग्रस्त हो गया है जिस कारण इन गांवों के लोगो का सड़क संपर्क टूट गया है .इन गांव के लोगो के लिए अब नाव ही सहारा है.

असमय आयी बाढ़ के कारण सारण तटबंध के निचले इलाकों के  सैकड़ों एकड़ में लगी धान की तैयार फसलों के अलावे मक्के ,अरहर एवं सब्जियों की फसलें  पूरी तरह बर्बाद हो गयी है जिससे किसानों के चेहरे मुरझा गये हैं  . किसानों का कहना था कि असमय आयी बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है .

जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता कमलेश कुमार ने बताया कि वाल्मीकिनगर बराज से  डिस्चार्ज लेवल में  लगातार कमी हो रही है . सोमवार  की सुबह  पानी का डिस्चार्ज लेवल एक लाख इकतीस  हजार क्यूसेक पर आ गया है . ऐसे में लोगो को घबराने की जरूरत नही है .

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