आधी रात को हुआ ऑपरेशन सिंदूर
राफेल गरजा, क्रूज मिसाइलें बरसी… ऑपरेशन सिंदूर में सेना ने पाकिस्तानी धरती पर प्रहार
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
ऑपरेशन सिंदूर में भारत की पराक्रमी सेना ने पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर घुसकर 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया। इस हमले में कम से कम 90 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। इस ऑपरेशन में भारत ने किन-किन हथियारों का इस्तेमाल किया।
Operation Sindoor Weapons:
आधी रात पाकिस्तानी सरजमीं पर भारत की पराक्रमी सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला पूरा कर लिया है। ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी धरती के 100 किलोमीटर भीतर राफेल गरजा और आसमान से हैमर और क्रूज मिसाइलें बरसाई गईं। सेना ने पाकिस्तान में आतंकवादियों के 9 अहम ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमला किया। ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने ऐसा तांडव मचाया कि दहशतगर्दों के अड्डे खाक हो गए। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान पर हुई इस एयर स्ट्राइक में कम से कम 90 आतंकवादी मारे गए। इस ऑपरेशन के तहत सेना ने पहली बार राफेल और लोइटरिंग म्यूनिशन जैसे आत्मघाती ड्रोन का इस्तेमाल किया।
पहली बार राफेल का हुआ प्रयोग
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान के भीतर 100 किलोमीटर तक घुसकर आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने अत्याधुनिक हथियारों का प्रयोग किया, जिससे यह अभियान रणनीतिक और तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण बन गया।
ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल किए गए प्रमुख हथियार
राफेल लड़ाकू विमान
फ्रांस से खरीदी गईं राफेल जेट्स का यह पहला वास्तविक ऑपरेशन था। इन विमानों की उच्च गति, लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता और उन्नत एवियोनिक्स ने आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले संभव बनाए।
स्कैल्प क्रूज मिसाइल
राफेल विमानों से दागी गई स्कैल्प मिसाइलें 250 किमी तक की दूरी पर स्थित लक्ष्यों को सटीकता से भेद सकती हैं। इनका उपयोग पाकिस्तान के भीतर स्थित आतंकवादी अड्डों को निशाना बनाने में किया गया।
हैमर बम
HAMMER (Highly Agile Modular Munition Extended Range) एक स्मार्ट बम है, जिसे राफेल विमानों से दागा गया। यह बम कठिन भू-भाग में स्थित लक्ष्यों को भी सटीकता से नष्ट करने में सक्षम है। इन बमों को आतंकवादियों के ठिकानों पर बरसाया गया।
लोइटरिंग म्यूनिशन
भारतीय सेना ने पहली बार “लोइटरिंग म्यूनिशन” का उपयोग किया, जो आत्मघाती ड्रोन होते हैं। ये ड्रोन लक्ष्य के ऊपर मंडराते हैं और उपयुक्त समय पर हमला करते हैं, जिससे सटीकता बढ़ती है और कोलैटरल डैमेज कम होता है।
स्टैंड-ऑफ वेपन्स
भारतीय वायुसेना ने स्टैंड-ऑफ वेपन्स का उपयोग किया, जिससे विमानों को दुश्मन की सीमा में प्रवेश किए बिना ही दूर से हमले करने की क्षमता मिली।
किन-किन ठिकानों को निशाना बनाया
ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के पांच और पीओके में चार आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। सेना ने पाकिस्तान के बहावलपुर, कोटली, मुज़फ्फराबाद, कोटली, गुलपुर, भिंबेर, सियालकोट और मुरिदके पर आतंकियों के कैंपों को पूरी तरह से नष्ट किया है। इसके अलावा मुरिदके में लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग कैंप मरकज-ए-तैयबा, बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ जश-शुभानअल्लाह को भी प्रमुखता से निशाना बनाया। मरकज-ए-तैयबा का इस्तेमाल आतंकी ट्रेनिंग कैंप के रूप में करते थे। 26/11 के आतंकियों ने यहीं ट्रेनिंग ली थी। ये ठिकाने पूरी तरह से तबाह कर दिए गए हैं।
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