#मोतीहारी : सशस्त्र सीमा बल के द्वारा “अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध दिवस” के अवसर पर लोगों को किया गया जागरूक

सशस्त्र सीमा बल के द्वारा “अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध दिवस” के अवसर पर लोगों को किया गया जागरूक

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:- सहायक कमांडेंट अंसल श्रीवास्तव ने कहा कि युवाओं के नशे का शिकार होना। यह दुखद है कि जो कल के होने वाले देश के कर्णधार हैं आज वही सबसे ज्यादा नशे के शिकार हैं।

 श्री नारद मीडिया , श्यामल प्रतीक , आदापुर , मोतीहारी, बिहार


आदापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध दिवस के अवसर पर सशस्त्र सीमा बल के 71 वी वाहिनी के कोरौया कैंप प्रभारी सह सहायक कमांडेंट अंसल श्रीवास्तव के नेतृत्व में लोगों को नशा मुक्त भारत बनाने के लिए जागरूक किया गया
उक्त अवसर पर सहायक कमांडेंट अंसल श्रीवास्तव ने नशा मुक्त भारत का नारा लगाते हुए लोगों को आगाह किया कि नशा जिंदगी को ना सिर्फ अंधेरे की ओर धकेलती है बल्कि बर्बादी और तबाही का कारण भी बनती है.

सहायक कमांडेंट अंसल श्रीवास्तव ने कुछ ही दिन पहले घटित हुए मानव तस्करी की घटना की बारे में सभी को जानकारी देते हुए कहा कि आदापुर प्रखंड के औरैया पंचायत के कई मजदूर एक दलाल के झांसे में आकर पैसा कमाने के लिए कर्नाटक चले गए थे। जहां पर ठेकेदार के द्वारा इन बच्चों को वहां पर काफी शोषण किया जा रहा था और किसी फैक्ट्री में इन्हें बेच दिया गया था। जहां पर मजदूरों से 12 से 16 घंटे तक काम लिया जाता था तथा उन्हें नशे की सुई भी दी जाती थी। काम का विरोध और पैसा मांगने पर मजदूरों के साथ मारपीट की जाती थी। जब इस वाक्य की सूचना सहायक कमांडेंट अंसल श्रीवास्तव को लगी तो उन्होंने तुरंत मामले को संज्ञान में लेते हुए कर्नाटक के उच्च अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर, कर्नाटक में फंसे मजदूरों का पता लगाया और उन्हें सकुशल बरामद किया साथी अपने स्वयं के पैसे से टिकट बनवा कर उन्हें अपने घर वापस बुलाया था। सहायक कमांडेंट अंसल श्रीवास्तव के इस सराहनीय कार्य को लेकर जिले में काफी चर्चा भी हुई थी।
आगे से ऐसी घटना ना हो इसको लेकर सहायक कमांडेंट अंसल श्रीवास्तव लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि कि आज हमारे सामने नशे की लत सबसे बड़ी सामाजिक समस्या पैदा हो रही है, युवाओं के नशे का शिकार होना। यह दुखद है कि जो कल के होने वाले देश के कर्णधार हैं आज वही सबसे ज्यादा नशे के शिकार हैं। जिनको देश की उन्नति में अपनी उर्जा लगानी थी वो आज अपनी अनमोल शारीरिक और मानसिक उर्जा चोरी, लूट-पाट और मर्डर जैसी सामाजिक कुकृत्यों में नष्ट कर रहे है।
कहा आज का 75 प्रतिशत युवा नशे का शिकार है, जिस तरह से टेक्नोलाजी विकसित हुई है, ठीक उसी तरह से नशे के सेवन में भी नई टेक्नोलॉजी विकसित हुई है। आज के युवा शराब और हेरोइन जैसे मादक पदार्थो का नशा नहीं बल्कि कुछ दवाओं का इस्तेमाल नशे के रूप में कर रहे हैं।
उन्होंने इसके लिए अभिभावकों को ज़िम्मेदार बताते हुए कहा कि हमारा बच्चा किस रास्ते पर जा रहा है और क्या कर रहा है, इन सब बातों पर अभिभावकों को ध्यान देना चाहिए। अवसर पर स्वास्थ्य केंद्र के मैनेजर संजय शर्मा व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ सुरक्षा बल मौजूद थे।

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