डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव के लिए लोगों को मिलेगी जानकारी

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सीएस तथा डीवीबीडीओ ने की जागरूकता अभियान की शुरूआत:
डेंगू के लक्षणों की रखें जानकारी, बचाव के लिए मच्छरदानी जरूरी:

श्रीनारद मीडिया, गया,  (बिहार):


जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू व चिकुनगुनिया जैसे मच्छरजनित रोगों से बचाव के प्रति जनजागरूकता लाने का काम किया जायेगा. इसके मद्देनजर शहर के जयप्रकाश नारायण अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ कमल किशोर राय तथा जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक की मौजूदगी में शुक्रवार को जनजागरूकता अभियान की शुरूआत की गयी. इस मौके पर सिविल सर्जन ने डेंगू व चिकुनगुनिया सहित मच्छरजनित अन्य रोगों से बचाव के बारे में जानकारी दी और निर्देश दिया कि इन बीमारियों से बचाव के बारे में लोगों को सजग किया जाये तथा इससे संबंधित सभी कार्यों में गतिशीलता लायी जाये.

डेंगू नियंत्रण के लिए गतिविधियों में तेजी लाने का निर्देश:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने बताया डेंगू के नियंत्रण में ओर अधिक गतिशीलता लाने के लिए जनजागरूकता अभियान प्रांरभ करने के संबंध में डॉ अंजनी कुमार, अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम अधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम का निर्देश प्राप्त हुआ है. निर्देश में कहा गया है कि राज्य के कई जिलों में डेंगू मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. डेंगू तथा चिकनगुनिया का प्रसार रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा भी राज्य को एडवाइजरी जारी किया गया है जिसमें डेंगू के नियंत्रण के लिए विभिन्न गतिविधियों में और अधिक तेजी लाने सहित मच्छरों के लार्वा को खत्म करने के लिए रसायन का छिड़काव, डेंगू आदि के मामले के अनुश्रवण के लिए रैपिड रेस्पांस टीक के गठन, टेक्नीकल मालथियान फॉगिंग डेंगू केस रिपोर्टिंग, जनजागरूकता अभियान आदि पर विशेष बल देने के लिए कहा गया है.

सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल अवश्य करें:
डॉ एमई हक ने बताया डेंगू एंव चिकनगुनिया की बीमारी संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से होती है. यह मच्छर दिन में काटता है और स्थिर पानी में पनपता है. इन बीमारियों के लक्षणों की जानकारी होनी आवश्यक है. तेज बुखार, बदन सर एवं जोड़ों में दर्द तथा आंखों के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे होना या चकते के निशान, नाक मसूढ़ों से या उल्टी के साथ रक्तस्राव होना तथा मल का रंग काला होना आदि डेंगू व चिकनगुनिया के लक्षण होते हैं. उन्होंने बताया तेज बुखार होने पर चिकित्सीय परामर्श ले कर ही दवा का सेवन करें. सभी सरकारी अस्पतालों में जांच के लिए किट तथा ईलाज की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध है.

डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव के लिए ये उपाय जरूरी:-
• दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
• मच्छर भगाने वाली दवा या क्रीम का प्रयोग दिन में भी करें.
• पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनें, घर एवं सभी कमरों को साफ सुथरा एवं हवादार बनायें रखें.
• टूटे फूटे बर्तनों, कूलर, एसी, फ्रिज के पानी निकासी ट्रे, पानी टंकी एवं घर के अंदर एवं अगल बगल में अन्य जगहों पर पानी न जमने दें.
• अपने आसपास के जगहों को साफ सुथरा रखें एवं जमा पानी एवं गंदगी पर कीटनाशी दवाओं का छिड़काव करें. गमला, फूलदान इत्यादि का पानी हर दूसरे दिन बदलें.

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