मशरक के प्रवीण भास्कर ने बीपीएससी में 1403 रैंक हासिल कर बना प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी,घर में खुशी का माहौल

मशरक के प्रवीण भास्कर ने बीपीएससी में 1403 रैंक हासिल कर बना प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी,घर में खुशी का माहौल

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श्रीनारद मीडिया, विक्‍की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):

कौन कहता है कि आसमां में सुराख हो नहीं सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो’ उक्त पंक्तियों को सारण के मशरक के प्रवीण भास्कर ने सच कर दिखाया है।सूबे के सबसे प्रतिष्ठित बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 1403 रैंक हासिल कर प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के पद पर चयन हुआ है । जिससे मशरक के बुद्धिजीवियों व छात्र-छात्राओं में हर्ष व जश्न का माहौल है। प्रवीण भास्कर ने पूरे मशरक का नाम रोशन किया है। बताया जाता है मशरक सिनेमा रोड निवासी प्रवीण भास्कर के पिता हिन्दुस्तान फर्टिलाइजर कंपनी से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। मां कलावती देवी गृहणी हैं। मैट्रिक तक गांव के सरकारी स्कूल में उन्होंने पढ़ाई की। जिसके बाद उच्च शिक्षा ग्रहण करने को पटना चले गए। जहां से उच्च शिक्षा में कलकता से इंजिनियरिंग पूरी की।फिर पटना में आकर तैयारी शुरू की।उसी दौरान उनकी नौकरी पूर्व मध्य रेलवे में सहायक लोकों पायलट के पद पर चयन किया गया जिसमें वे अभी कोडरमा में कार्यरत हैं। प्रवीण भास्कर के घर में माता-पिता के अलावे तीन भाई और दो बहनें हैं।उत्तीर्ण आने पर घर में खुशी का माहौल है। घर के सभी सदस्यों ने खुशी के इस मौके पर एक दूसरे को मिठाईयां खिलायी और अपने खुशी की इजहार किया। अपने बेटे की इस कामयाबी से मां की आंख से खुशी के आंसू निकल रहे हैं वही पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। उनकी माने तो जो सपना था उससे भी ऊपर उठकर उन सपनों को साकार करने का काम उनके बेटे ने किया है। बेटे की सफलता की खबर से पूरे गांव में खुशी का माहौल है।वही घर का माहौल किसी त्योहार से कम नहीं नजर आ रहा है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता और शिक्षक समेत कुछ दोस्तों को दिया। प्रवीण भास्कर की चर्चा चारों ओर हो रही है। युवाओं के लिए प्रवीण प्रेरणा स्त्रोत बने हुए है। प्रवीण की सफलता से यह पता चलता है कि यदि इरादा नेक हो और कुछ करने की लगन हो तो कम संसाधनों के बावजूद भी सफलता हासिल की जा सकती है।

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