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एनयूएचएम के तहत संचालित यूपीएचसी के बेहतर प्रबंधन के लिए कायाकल्प प्रमाणीकरण होना अतिआवश्यक 

एनयूएचएम के तहत संचालित यूपीएचसी के बेहतर प्रबंधन के लिए कायाकल्प प्रमाणीकरण होना अतिआवश्यक

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स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए व्यावहारिक ज्ञान होना चाहिए: यूपीएचसी सलाहकार
स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता को बढ़ावा एवं बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करने को लेकर दिया गया प्रशिक्षण: यूनिसेफ़

श्रीनारद मीडिया,पूर्णिया, (बिहार):

राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का कायाकल्प योजना से प्रमाणीकरण अत्यंत जरूरी है। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल परिसर स्थित एएनएम स्कूल के सभागार में इसके लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर सह समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। शहरी क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र पूर्णिया सिटी, गुलाबबाग, माधोपारा, पूर्णिया कोर्ट, मधुबनी एवं माता स्थान के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम एवं लैब टेक्नीशियनों ने इसमें भाग लिया। इस अवसर पर क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक कैशर इक़बाल, डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीएमएंडई आलोक कुमार, जिला सलाहकार, गुणवत्ता एवं यकीन पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार शर्मा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सलाहकार दिलनवाज़, यूनिसेफ़ के क्षेत्रीय सलाहकार शिव शेखर आनंद, राज कुमार, नंदन कुमार झा सहित कई अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।

 

स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए व्यवहारिक ज्ञान होना चाहिए: यूपीएचसी सलाहकार
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सलाहकार मोहम्मद दिलनवाज़ ने बताया कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में नियमित टीकाकरण, एएनसी, नियमित रूप से मरीज़ों का उपचार, उपलब्ध दवा के साथ सभी तरह की जांच सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसके लिए स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए व्यवहारिक रूप से रणनीतियां बनाना और साझा करना होगा। बुनियादी ढांचा, अस्पताल या केंद्र की सूरत, कीटों और जानवरों पर नियंत्रण, सभी तरह की मिलने वाली सुविधाओं के साथ ही आसपास हरियाली में सुधार, खुले स्थानों का संरक्षण, रोशनी और रोशनी की स्थिति, शुद्ध पेयजल, जल का संरक्षण, शौचालय की सफ़ाई के अलावा जंक सामग्री हटाने का प्रबंधन सुनिश्चित करना पहली प्राथमिकताओं में शामिल किया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों का नेतृत्व और टीमवर्क, स्टाफ ड्रेस कोड और स्वस्थ आदतों को अपने व्यवहार में शामिल करने की आवश्यकता है।

स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता को बढ़ावा एवं बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करने को लेकर दिया गया प्रशिक्षण: यूनिसेफ़
यूनिसेफ़ के क्षेत्रीय सलाहकार शिव शेखर आनंद ने बताया कि आने वाले दिनों में शहरी स्वास्थ केंद्रों का राज्य स्तरीय टीम द्वारा निरीक्षण किया जाना है। विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर स्वच्छता, अस्पतालों के रखरखाव और सुविधा में सुधार, स्वच्छता और स्वच्छता प्रबंधन, सूखा और गीला कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण प्रबंधन, स्वास्थ्य देखभाल सहायता सेवाएं, मरीज़ों को मिलने सुख सुविधाएं, उपचार कराने के लिए आए मरीज एवं उनके अभिभावकों के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों के साथ सर्वोत्तम व्यवहार, स्वच्छता को बढ़ावा देने के साथ ही बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करना होगा। ताकि कायाकल्प योजना से संबंधित प्रमाणीकरण हो सके। बायो-मेडिकल वेस्ट (बीएमडब्ल्यू) नियमों का कार्यान्वयन में संग्रह और परिवहन की पूरी प्रक्रिया का प्रबंधन, खतरनाक अपशिष्ट प्रबंधन, ठोस और तरल सामान्य अपशिष्ट प्रबंधन, बीएमडब्ल्यू के लिए आपूर्ति और उपकरणों पर नजर रखने जरूरत है।

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