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कायाकल्प कार्यक्रम: पूर्णिया कोर्ट एवं माता चौक यूपीएचसी का दो सदस्यीय टीम ने किया निरीक्षण

कायाकल्प कार्यक्रम: पूर्णिया कोर्ट एवं माता चौक यूपीएचसी का दो सदस्यीय टीम ने किया निरीक्षण

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स्थानीय स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य प्रबंधन में हो रही है वृद्धि: मसूद आलम
यूपीएचसी में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं होंगी उपलब्ध: आरपीएम
अस्पताल एवं हाथों की नियमित सफाई पर विशेष ध्यान: यूनिसेफ

श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया,  (बिहार):

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अतिमहत्वकांक्षी योजनाओं में शामिल कायाकल्प कार्यक्रम को धरातल पर शत प्रतिशत उतारने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तन्मयता के साथ जुटा हुआ है। इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य यह है कि स्वच्छता को अपने जीवन में एक अंग के रूप में महत्वपूर्ण बनाया जाए। जो लोगों को स्वस्थ्य रहने के तौर तरीके से जीने की कला सिखाने के साथ ही अस्पताल में आने वाले मरीज़ों के बीच सद्भाव को भी बढ़ाने का काम करता है। सार्वजनिक स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता और साफ-सफाई सुनिश्चित कराने के उद्देश्य को लेकर विगत 15 मई 2015 को कायाकल्प नाम से एक कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया था। स्वच्छता, साफ-सफाई और संक्रमण नियंत्रण के उच्च मानकों को हासिल करने वाले ज़िला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल, रेफ़रल अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, एपीएचसी एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों सहित हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर को भी शामिल किया गया है।

इस दौरान शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी मसूद आलम, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमूल होदा, यूनिसेफ के क्षेत्रीय सलाहकार शिव शेखर आनंद, जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से ज़िला गुणवत्ता यक़ीन सलाहकार अनिल कुमार सिंह, शहरी स्वास्थ्य सलाहकार मोहमद कैंसर आज़म के द्वारा पूर्णिया पूर्व पीएचसी के अंतर्गत आने वाले शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूर्णिया कोर्ट एवं माता चौक का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर पूर्णिया कोर्ट के एमओआईसी डॉ प्रमोद कुमार प्रभाकर, माता चौक के एमओआईसी डॉ एके झा, यूनिसेफ की ओर से मोअम्मर हाशमी सहित कई अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।

स्थानीय स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य प्रबंधन में हो रही है वृद्धि: मसूद आलम

शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी मसूद आलम ने निरीक्षण के दौरान बताया कि कायाकल्प ने सरकारी अस्पतालों के बीच काफी ज़्यादा उत्साह और एक सकारात्मक प्रतियोगिता को बढ़ाने का काम किया है। क्योंकि यह कार्यक्रम स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों के मन में गर्व और स्वामित्व का भाव लेकर आया है। इतना ही नहीं बल्कि स्थानीय स्तर पर कार्य करने वाले प्रबंधन के नेतृत्व में लगातार वृद्धि हो रही है। कायाकल्प न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में सक्षम है, बल्कि इसने जनता के व्यवहार को बेहतर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन दोनों यूपीएचसी में निरीक्षण के दौरान खुद रक्त जांच कराया ताकि स्थानीय लोगों का रुझान बढ़े कि सरकारी अस्पतालों में शत प्रतिशत सही जांच की जाती है, जो पूरी तरह से अतिविश्वनीय है।

यूपीएचसी में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं होंगी उपलब्ध: आरपीएम

क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमूल होदा ने बताया कि पहले की अपेक्षा बहुत ज़्यादा सुधार भी हुआ है लेकिन अभी भी बहुत कुछ सुधार करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश स्थानीय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों सहित कई अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया है। क्योंकि शहरों में स्थित स्वास्थ्य केंद्र का मकसद यह है की प्राथमिक उपचार के साथ ही हर तरह की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो। ताकि रेफर करने की प्रक्रिया अपनानी नहीं पड़े। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर तरीके से सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी एवं अस्पताल प्रबंधन सुधार के लिए पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं। जिससे विभिन्न अस्पतालों में हो रहे गुणवत्तापूर्ण सुधार से मरीजों को भी काफी लाभ मिल रहा है।

अस्पताल एवं हाथों की नियमित सफाई पर विशेष ध्यान: यूनिसेफ

यूनिसेफ के क्षेत्रीय सलाहकार शिव शेखर आनंद ने बताया कि
नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत पूर्णिया कोर्ट एवं माता चौक स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने के बाद पूर्णिया प्रमंडल के क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक सह दो सदस्यीय टीम के सदस्य नजमूल होदा ने बताया कायाकल्प कार्यक्रम के तहत इन दोनों यूपीएचसी में साफ़-सफाई, इंफेक्शन कंट्रोल, जीव चिकित्सा अपशिष्ट (बीएमडब्ल्यू), छः तरह से हाथों की नियमित सफ़ाई, मरीज़ों के उपचार के समय हाथों में ग्लब्स पहनने के तौर तरीक़े, कायाकल्प से संबंधित पंजी का संधारण, रक्त एवं आंख जांच सहित कई तरह की जांच की गई है।

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