वाराणसी में सीता राम विवाह पंचमी पर संकट मोचन मंदिर में शुरू हुआ श्री रामचरितमानस नवाह पाठ
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी, 28 नवंबर / भगवान राम माता सीता के विवाह के उपलक्ष में अगहन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर सोमवार से श्री संकट मोचन मंदिर मे श्री रामचरितमानस नवाह पाठ का शुभारंभ हुआ। प्रातःकाल अखाड़ा गोस्वामी तुलसी दस एवं संकट मोचन मंदिर के महंत प्रोफ़ेसर विश्वम्भर नाथ मिश्र ने मानस पोथी, व्यास गादी, आचार्य एवं 111 भुदेवो का पूजन कर पाठ का शुभारंभ किया। जजमान प्रेम चंद्र मेहरा एडवोकेट ने महंत जी का माल्यार्पण व पूजन किया।आचार्य राघवेंद्र पांडे के आचार्यतवा में 111 भूदेवो ने मानस के दोहो व चौपाइयों का सस्वर पाठ किया। मानस के दोहे और चौपाई से मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा।
इस अवसर पर महंत प्रोफेसर विश्वम्भर नाथ मिश्र ने कहां की भगवान राम एवं माता सीता के विवाह के उपलक्ष में प्रतिवर्ष अगहन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को श्री रामचरितमानस नवा पाठ का आयोजन मंदिर परिसर में होता है। यह 57 वर्ष है। उन्होंने कहा कि मानस मानव को जीवन जीने का तरीका बताता है । कलयुग में मानस उस नौका के समान है जो जीवन रूपी भवसागर को पार कराकर भगवान के चरणों में समर्पित करता है। उन्होंने कहा कि मानस में मानव के सभी समस्याओं का समाधान है । इस अवसर पर समाजसेवी रामयश मिश्र, स्वर्ण प्रताप चतुर्वेदी, विश्वनाथ यादव ,विनोद पांडे नरेंद्र त्रिपाठी सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।